फर्जी कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. एन. जान केम को छत्तीसगढ़ पुलिस ने लिया हिरासत में, फर्जी डिग्रियों का मामला
मध्यप्रदेश के दमोह जिले से एक बड़ी कार्रवाई सामने आई है, जिसने चिकित्सा जगत में हड़कंप मचा दिया है। फर्जी कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. एन. जान केम को छत्तीसगढ़ पुलिस ने अपनी हिरासत में लेकर बिलासपुर रवाना कर दिया है। डॉ. केम पर दमोह के मिशन अस्पताल में इलाज के दौरान सात मरीजों की जान जाने के मामले में गंभीर आरोप है।
साथ ही, उन पर फर्जी डिग्रियों के आधार पर डॉक्टर बनने का भी मामला दर्ज है। सूत्रों के मुताबिक, डॉ. केम फिलहाल दमोह जेल में बंद थे। उनके खिलाफ छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के सरखंडा थाना क्षेत्र में मामला दर्ज है। आरोप है कि उन्होंने छत्तीसगढ़ के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र शुक्ल की हार्ट सर्जरी की थी, जिसके बाद उनकी जान चली गई थी। इस मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस डॉ. केम से पूछताछ करना चाहती थी।
दमोह कोर्ट में छत्तीसगढ़ पुलिस की टीम ने पेश होकर आरोपी को रिमांड पर सौंपने की अपील की। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) स्नेहा सिंह ने पुलिस की याचिका को मंजूरी दी और डॉ. केम को छत्तीसगढ़ पुलिस के हवाले कर दिया। पूछताछ के दौरान यह भी सामने आया कि डॉ. केम के पास जो डॉक्टरी की डिग्रियां थीं, वे सभी फर्जी निकली हैं। दमोह के मिशन अस्पताल में कार्डियोलॉजिस्ट के तौर पर काम करते हुए उन्होंने कई मरीजों का इलाज किया और कुछ मामलों में गंभीर लापरवाही की वजह से मरीजों की जान भी गई। अस्पताल प्रशासन पर भी कई सवाल उठ रहे हैं कि बिना डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के ऐसे डॉक्टर को कैसे नियुक्त कर लिया गया।
कोर्ट में सुनवाई के दौरान डॉ. केम ने अपने वकील के काम से असंतोष जताते हुए नया अधिवक्ता देने की मांग की। कोर्ट ने उनकी इस मांग को स्वीकारते हुए विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से नया वकील उपलब्ध कराया। इस मामले को लेकर दमोह और बिलासपुर दोनों ही जगहों पर चर्चा गर्म है। लोगों में आक्रोश है कि ऐसे फर्जी डॉक्टरों की वजह से कई मासूम जानें चली गईं। छत्तीसगढ़ पुलिस अब बिलासपुर में आगे की पूछताछ करेगी और संभव है कि इस