Sagar - NEET में कलावा,चेन,बालियां उतरवाईं तब मिला केंद्र में प्रवेश, परीक्षा के बाद क्या बोले छात्र
पूरे देश सहित सागर के 5 केंद्रों पर नीट यानी नेशनल एलिजिबिलिटी कम इंट्रेंस टेस्ट कराया गया. इसमें 2665 परीक्षार्थियों को उपस्थित होना था। इनमें से 2596 परीक्षार्थी उपस्थित हुए। 69 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। दोपहर 2 बजे से होने वाली परीक्षा के लिए परीक्षार्थियों को सुबह 11.30 बजे से बुलाया गया। प्रवेश के लिए अंतिम समय 1.30 बजे तक था। एक-एक की जांच के बाद परीक्षा केंद्र पर प्रवेश दिया गया। नीट में पेपर से पहले परीक्षार्थियों के धैर्य की भी परीक्षा हुई। सख्ती ऐसी थी कि युवाओं के हाथों में बंधे कलावा कटवाए गए।
युवतियों के कानों की बालियां उतरवाईं। गले में पहनी चेन आदि को भी उतरवाया। पूरी जांच के बाद ही प्रवेश मिल सका। जांच की सख्ती को देखकर गर्ल्स कॉलेज में एक छात्रा को घबराहट हुई। वह गश खाकर गिर गई। उसे मौके पर मौजूद लोगों व कॉलेज के स्टाफ ने संभाला। यहां चिकित्सा स्टाफ मौजूद नहीं था। यह छात्रा गिरवर से आई थी। गेट से लेकर अंदर तक चल रही जांच व भीड़ से उसे घबराहट हुई थी। परीक्षा में दिव्यांग परीक्षार्थियों को एक घंटे का अतिरिक्त समय दिया गया। परीक्षा में जूते प्रतिबंधित थे इस कारण ज्यादातर परीक्षार्थी सेंडिल्स पहनकर आए थे। जो सेंडिल्स नहीं पहने थे उन्हें जूते बाहर छोड़ने पड़े।
नीट में किसी भी तरह की अनियमितता को रोकने के लिए परीक्षार्थी के केंद्र पर प्रवेश से लेकर परीक्षा पूरी होने तक निगरानी का स्तर बढ़ाया गया है। इस कारण प्रवेश के समय पहले गेट पर, फिर कक्ष में प्रवेश के दौरान जांच की गई। परीक्षार्थियों की जांच मेटल डिटेक्टर से की गई। युवाओं कड़ा, कलावा, युवतियों के कानों की बाली, गले की चेन आदि उतरवाई गई। इनके साथ आए परिजनों को वापस दी गई। परीक्षार्थियों को मांगे गए दस्तावेजों के अलावा अंदर कुछ भी ले जाने की छूट नहीं थी। परीक्षा के लिए पारदर्शी पेन तक केंद्र पर ही दिया गया।