Sagar- मेरे बिना वो मर जाएंगे...पहले पति को छोड़कर प्रेमी संग आई, अब घर वाले मिलने नहीं दे रहे...
एक महिला अपने पति की झलक पाने को दर-दर भटक रही है, अपने ही ससुराल में उसे पत्नी का दर्जा नहीं दिया जा रहा. पिछले 6 महीनों से पति लोकेश तिवारी के दर्शन न होने पर अब शुभ्रा मुखर्जी ने पुलिस का दरवाजा खटखटाया है. उनका कहना है कि उनके ससुर और देवर, उन्हें अपने पति से मिलने नहीं दे रहे हैं
शुभ्रा ने सागर पुलिस अधीक्षक को शिकायत पत्र देकर आग्रह किया है कि उन्हें अपने पति के साथ रहने दिया जाए, ताकि वे उनका इलाज करवा सकें. उन्होंने कहा, “मेरे पति डिप्रेशन में हैं और लगातार बीमार होते जा रहे हैं. वह घुट-घुट कर जी रहे हैं और यह मेरी आंखों के सामने नहीं हो सकता
शुभ्रा मुखर्जी बेंगलुरु की रहने वाली हैं और पहले से शादीशुदा थीं. साल 2007 से पति से अलग रह रही थी, नौकरी के दौरान 2016 में उनकी मुलाकात बिहार में शिक्षक लोकेश तिवारी से हुई. लोकेश कॉलेज में टीचर थे और शुभ्रा वार्डन. मुलाकातें धीरे-धीरे प्यार में बदल गईं. 2017 में दोनों ने मंदिर में शादी कर ली, 2020 में नौकरी छोड़कर सागर आ गए
रहली निवासी लोकेश ने सागर में कंप्यूटर का कारोबार शुरू किया. तीन साल साथ रहने के बाद लोकेश की तबीयत बिगड़ने लगी उनके हाथ-पैर कांपने लगे. शुभ्रा ने इलाज कराया, हालत में सुधार हुआ लेकिन इसी दौरान लोकेश के परिजन उन्हें वापस रहली ले गए.
शुभ्रा का आरोप है कि लोकेश के भाई सोमेश उन्हें नागपुर में इलाज के बहाने रहली ले गए और फिर मिलने नहीं दिया.शुभ्रा कहती हैं, “मेरे पति अब ठीक नहीं हैं, लेकिन अगर मैं उनका ख्याल रखूं, तो वह फिर से पहले जैसे हो सकते हैं. मेरी बेटी इंजीनियर है, वह खर्च उठा सकती है. मेरे पास जो जेवर हैं, वो भी बेचकर इलाज करवाऊंगी. बस मुझे मेरे पति वापस चाहिए.”