Sagar- व्यक्ति को बताया हार्ट में 100% ब्लॉकेज, दूसरी हॉस्पिटल रिपोर्ट सामान्य, भेजा 1 करोड़ का नोटिस
सागर के वरिष्ठ पत्रकार और व्यवसाई अजय दुबे के मेडिकल चेकअप में भोपाल की सागर मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल द्वारा लापरवाही बरते जाने का मामला सामने आया है। अजय दुबे ने सागर मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल भोपाल पर गलत निदान और भय का माहौल बनाकर मनोवैज्ञानिक उत्पीड़न और व्यवसायिक नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है और अपने वकील से नोटिस भी भेजा, जिसमे SMH से ₹1 करोड़ का मुआवज़ा और ₹50,000 की कानूनी नोटिस लागत की मांग की है। मरीज के वकील, अधिवक्ता ऋषि कुमार मिश्रा का कहना है कि “यह केवल एक मरीज की लड़ाई नहीं है, बल्कि भारत में हो रहे मेडिकल भ्रांतियों और लालच के खिलाफ एक चेतावनी है। अधिवक्ता और सोशल एक्टिविस्ट अतुल मिश्रा का कहना है कि कार्पोरेट हॉस्पिटल और बड़े हॉस्पिटल लूट का अड्डा बने
अजय दुबे ने बताया कि वे 10अप्रैल 2025 को अपनी नियमित हृदय जांच के लिए SMH पहुंचे थे, जहां उन्हें कार्डिएक सीटी एंजियोग्राफी (CCTA) के आधार पर बताया गया कि उन्हें Triple Vessel Disease है और मध्य कोरोनरी धमनियों में 100% ब्लॉकेज है। अस्पताल द्वारा कहा गया कि किसी भी प्रकार की हलचल से कार्डियक अरेस्ट हो सकता है और तुरंत सर्जरी जरूरी है।
इस भयावह सूचना से घबड़ाए मरीज अजय दुबे ने तत्काल अपना को अपना 14 अप्रैल 2025 को मस्कट, ओमान के लिए निर्धारित एक अत्यंत महत्वपूर्ण व्यापारिक दौरा रद्द किया। उनके परिजन चिंता में पड़ गए और भोपाल पहुंच गए। ओमान टॉप कैंसिल करने से उनका आर्थिक नुकसान भी हुआ। अजय दुबे नियमित पांच किलोमीटर पैदल घूमते है और योगा और खेल आदि में नियमित रहते है।
इसके बाद अजय ने मुंबई के सुराणा हॉस्पिटल में वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. रमेश कवार से दूसरी राय ली। दिनांक 14 अप्रैल 2025 को कराई गई पारंपरिक इनवेसिव एंजियोग्राफी में यह पाया गया कि केवल एक धमनियों में 40% ब्लॉकेज है, जो सर्जरी की आवश्यकता नहीं रखता और सामान्य औषधीय उपचार से नियंत्रित किया जा सकता है। डॉ. कवार के अनुसार: “रिपोर्ट में कोई भी गंभीर समस्या नहीं है और ऐसी स्थिति 60 वर्ष की आयु में आम होती है। पूर्व अस्पताल की रिपोर्ट अत्यधिक भ्रामक और गलत है।” इसके बाद अजय दुबे और उनके परिजनों ने राहत की सांस ली