Sagar - किसान का पूरा परिवार बना डॉक्टर क्षेत्र का नाम रोशन किया
अल्प शिक्षित किसान परिवार ने विगत पंद्रह वर्षों में परिवार के पांच सदस्यों को डॉक्टर बनाकर "जहां चाह, वहां राह" की कहावत की चरितार्थ कर अनूठा कारनामा किया है। सागर जिले के रहली के छोटे से गांव मढिया बुजुर्ग के परिवार के मुखिया पूर्व सरपंच उमाशंकर पटेल ने बताया कि 15 साल पहले गाँव में जब स्कूल भी नहीं था तब परिवार के एक सदस्य को डॉक्टर बनने का सपना देखा था जो सबसे बड़े बेटे अखिलेश पटेल ने डॉक्टर बनकर पूरा किया।
इसके बाद से जो परम्परा चालू हुई वो अभी भी जारी है। घर के सबसे बड़े बेटे डॉक्टर अखिलेश पटेल एमबीबीएस (वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन) जमशेदपुर झारखंड में पदस्थ हैं। दूसरे भाई असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर विनोद पटेल एमबीबीएस एमडी (लंग्स रोग विशेषज्ञ गांधी मेडिकल कॉलेज, हमीदिया भोपाल) में अपनी सेवा प्रदान कर रहे हैं। साथ ही इनकी धर्मपत्नी डॉ चित्रा पटेल MS AYU. (स्त्री एवं प्रसूति विशेषज्ञ) जेके हॉस्पिटल भोपाल में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में पदस्थ हैं। चौथे डॉक्टर प्रदीप पटेल एमबीबीएस कम्युनिटी हेल्थ सेंटर गढ़ाकोटा में मेडिकल ऑफिसर की पोस्ट पर कार्यरत हैं।
नीट यूजी 2025 में चयन होने के साथ ही हैल्दी पटेल का नाम पांचवे डॉक्टर के रूप में दर्ज हो गया। परिवार के मुखिया पूर्व सरपंच उमाशंकर पटेल ने बताया कि हमारा पूरा परिवार आज भी संयुक्त है और हम सब पूरी तरह खेती पर निर्भर हैं। लेकिन बच्चों ने शिक्षा के क्षेत्र में जो मुकाम हासिल किया है हमने कभी नहीं सोचा था। हमें गर्व है कि हमारे बच्चों ने परिवार के साथ ही ग्राम मढिया सहित रहली क्षेत्र का नाम प्रदेश और देश में रोशन किया। ग्राम मढिया बुजुर्ग के किसान परिवार के पांच सदस्यों का डॉक्टर बनना एक बड़ी उपलब्धि है। यह परिवार की मेहनत और लगन का परिणाम है कि आज वे डॉक्टर परिवार के रूप में जाने जाते हैं। हैल्दी पटेल की कामयाबी से पूरा परिवार फूला नहीं समा रहा है और अब वे अपने परिवार की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं।