Sagar- 4 बार फेल... फिर भी नहीं मानी हार, सब्जी बेचने वाले का बेटा बना अग्निवीर
सागर में गोलगप्पा बेचने वाले युवक का अग्निवीर में चयन हो गया है. जिसके बाद पूरे परिवार में ख़ुशी का माहौल है, युवक धर्मेंद्र कुशवाहा सागर जिले के खुरई का निवासी है. जो वल्लभनगर वार्ड में अपने परिवार के साथ रहता, उनके पिता सब्जी की दुकान लगाकर परिवार का पालन पोषण करते हैं. धर्मेंद्र भी परिवार का हाथ बटाने के लिए पहले दूसरे प्रदेशों में जाकर मजदूरी करता था और साथ में आर्मी की तैयारी करता था. लेकिन उसे सफलता नहीं मिली, तो वह अपने घर वापस लौट आया. यहां पर उसकी मुलाकात आर्मी के रिटायर्ड कमांडो मनोज राय से हुई, जिन्होंने एक बार फिर उसे हौसला दिया, उत्साह से भरा और तैयारी शुरू कराई, धर्मेंद्र ने भी इस बार कोई कमी नहीं छोड़ी.
इसी का नतीजा है कि इस बार अग्निवीर में उसका चयन हो गया और ट्रेनिंग के लिए वह खुरई स्टेशन से रवाना हुआ. रवाना होने से पहले धर्मेंद्र कुशवाहा के दोस्त उसे ढोल नगाड़े के साथ स्टेशन तक छोड़ने गए, तो वहीं सब्जी बेचने वाले पिता की आंखों में भी खुशी के आंसू हैं. उनका कहना है कि इस खुशी को वह शब्दों में बयां नहीं कर सकते हैं, उन्होंने फूल माला पहनकर अपने बेटे को अग्नि वीर की ट्रेनिंग के लिए भेजा है. वहीं धर्मेंद्र के अलावा चंद्रशेखर कुशवाहा नाम के युवक का भी अग्निवीर में चयन हुआ है. उसने भी धर्मेंद्र के साथ ही में रिटायर्ड कमांडो से ट्रेनिंग ली है.