सीधी जिले की गर्भवती सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर लीला साहू की जमीनी जंग अब असर दिखाने लगी है। नौवें महीने की गर्भवती लीला ने एक बार फिर वीडियो के जरिए सीधी सांसद डॉ. राजेश मिश्रा से हेलिकॉप्टर भेजने की मांग की थी। उनका कहना था कि गांव में सड़क नहीं है एम्बुलेंस नहीं आ सकती, इसलिए अब उन्हें एयरलिफ्ट किया जाए। यह मांग सिर्फ उनकी नहीं थी बल्कि उन छह अन्य गर्भवती महिलाओं की भी थी जो गांव में इसी संकट का सामना कर रही हैं।
लीला ने सांसद को उनके पुराने वादे की याद दिलाई कि उन्होंने कहा था जरूरत पड़ी तो हेलिकॉप्टर भेजेंगे। लेकिन जब लीला ने डिलीवरी की तारीख बताई, तो सांसद का जवाब था – एक हफ्ते पहले उठवा लेंगे अस्पताल में भर्ती करा देंगे इस बयान की सोशल मीडिया पर तीखी आलोचना हुई। लीला ने पलटवार करते हुए कहा क्या सांसद हर गर्भवती महिला के लिए हेलिकॉप्टर भेजेंगे
लेकिन अब इस जंग में नया मोड़ भी आया है। जिस सड़क को लेकर सांसद और सरकार चुप बैठे थे, उसका निर्माण कार्य अब कांग्रेस विधायक अजय सिंह ने अपने निजी खर्चे से शुरू करवा दिया है। उन्होंने कहा, यह सड़क केवल विकास की नहीं, इंसानियत की जरूरत है। जब सब चुप थे, तब मैंने अपने स्तर पर गिट्टी-मुरम डलवाना शुरू किया लीला ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा जब प्रशासन और सांसद को हमारी फिक्र नहीं हुई तब विधायक जी ने हमारी आवाज सुनी।
लीला साहू की यह लड़ाई आज की नहीं है। जुलाई 2024 में उन्होंने पहली बार वीडियो के जरिए सड़क की हालत उजागर की थी और प्रधानमंत्री, नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री मोहन यादव व सांसद राजेश मिश्रा को टैग करते हुए सड़क निर्माण की गुहार लगाई थी। उन्होंने बताया कि बीते कुछ सालों में सड़क की कमी के कारण दो महिलाओं की मौत हो चुकी है, जिनमें एक उनकी भाभी भी थीं।
कलेक्टर के आश्वासन के बावजूद अब तक प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। उल्टा सांसद का बयान और पीडब्ल्यूडी मंत्री की चुप्पी ने इस मामले को और तूल दे दिया।
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