बीमार बुजुर्ग का साथ छोड़ा परिवार ने अच्छे इलाज के लिए तरस रहा बुजुर्ग
माँ बाप बड़े ही नाजो से अपने संतान को पाल पोस कर बड़ा करते है और इस काबिल बनाते है की वो बुढ़ापा में उनके सहारा बन सके लेकिन जब वही संतान अपने माँ बाप को ही जरुरत के समय साथ छोड़ दे तो माँ बाप का कलेजा आखिर क्यों न चीख उठे ऐसा ही कुछ मामला सागर जिले के बीना से सामने आया हैं जहां सिविल अस्पताल में भर्ती एक बुजुर्ग व्यक्ति का उसके ही परिवार के लोगो ने साथ छोड़ दिया जिससे अब बुजुर्ग अच्छे इलाज के लिए तरस रहा है।
बिना के लहटवास गांव से एक 75 साल का बुजुर्ग व्यक्ति लाखन सिंह दांगी खेत में बेहोशी की हालत में मिला था जिन्हें परिवार के लोगों के द्वारा सिविल अस्पताल बीना में भर्ती कराया गया था। बुजुर्ग व्यक्ति को भर्ती कराकर परिवार के लोग वापस अपने घर चले गए। अस्पताल में भर्ती बुजुर्ग व्यक्ति की स्थिति गंभीर होने पर परिवार के लोगों से अस्पताल प्रबंधन ने कई बार संपर्क किया तो उन्होंने अस्पताल आने से ही मना कर दिया। जब बुजुर्ग व्यक्ति ने अपने लड़के का नंबर अस्पताल प्रशासन को दिया तो एक बार फिर अस्पताल प्रशासन के द्वारा उनके लड़के से भी बात की गई तो उन्होंने भी अस्पताल आने में आनाकानी कर दी। अब जबकि बीमार व्यक्ति को अच्छे इलाज की जरूरत है। ओर उसे अच्छा इलाज जिला अस्पताल सागर में मिल सकता है। लेकिन ऐसे में परिवार का एक भी सदस्य बुजुर्ग व्यक्ति की मदद के लिए नहीं आ रहा है। समय पर बीमार बुजुर्ग व्यक्ति को इलाज मिल जाए तो उसकी जान को बचाया जा सकता है लेकिन बुजुर्ग की उसकी मदद के लिए कोई आगे नहीं आ रहा हैं सिविल अस्पताल के डॉ वीरेंद्र सिंह ठाकुर का कहना है कि जब तक परिवार का कोई सदस्य नहीं आता तब तक उन्हें जिला अस्पताल सागर नहीं भेज सकते।