Sagar - बच्चों की जिद्द से परेशान? नाग पंचमी पर अपनाएं ये पारंपरिक उपाय, मिलेगा चमत्कारिक असर
सावन महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी को नाग पंचमी के रूप में मनाया जा रहा है. इस दिन अलग-अलग अंचलों में अलग-अलग तरह की परंपराएं भी देखने को मिलती हैं ऐसे ही बुंदेलखंड और में नाग देवता की पूजा करने के लिए फरा (नाग) बनाए जाते हैं. फिर बामी के पास ले जाकर नाग देवता को इनका भोग लगाते हैं. और ऐसा करने के पीछे बड़ी ही गजब मान्यता और अनोखी परंपरा है. कहा जाता है कि जिन बच्चों के लिए या बड़ों के लिए जिद आती है तो इस तरह से पूजन करने पर उनके लिए शांति मिलती है.
सागर की बुजुर्ग दादी मां द्रोपती बाई बताती हैं कि नाग पंचमी के दिन आटे के नाग बनाए जाते हैं. फिर इनको पानी में उबाला जाता है. पूजा करने के बाद इनको दूध घी गुड़ डालकर बड़े चाव के साथ खुद खाते हैं और बच्चों को खिलाते हैं. कहते हैं कि कुछ बच्चे बहुत ज्यादा जिद करते हैं किसी की कोई बात नहीं सुनते हैं वह लोगों की बात सुनने लगते है, इसके लिए नाग पंचमी के दिन यह फरा बनाए जाते हैं.