डैम के 21 गेट खुलने से बेतवा और जामनी नदी उफान पर, ओरछा के ऐतिहासिक स्मारक पानी से घिरे
बेतवा और जामनी नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इसका कारण उत्तर प्रदेश स्थित माताटीला डैम के 21 गेट का एक साथ खुलना है, जिससे प्रति सेकंड करीब 3 लाख 60 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इस वजह से नदियां उफान पर हैं और कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। एमपी के निवाड़ी जिले के ओरछा में बेतवा नदी का जलस्तर बढ़ने से ओरछा के कंचना घाट पर बने ऐतिहासिक मोन्यूमेंट को पानी ने चारों तरफ से घेर लिया है। जिला प्रशासन ने नदियों के किनारे बसे सभी गांवों को अलर्ट पर रहने की हिदायत दी है। बेतवा नदी के किनारे बने ओरछा रिसोर्ट को प्रशासन ने ऐहतियातन खाली करने का नोटिस जारी कर दिया है। साथ ही नदी के आसपास बने सभी होटलों और धर्मशालाओं को भी सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में जान-माल का नुकसान न हो।
बेतवा नदी किनारे स्थित पुलिस चौकी पर SDRF की टीम को भी तैनात कर दिया गया है। SDRF और पुलिस की टीमें लगातार गश्त कर रही हैं और हालात पर नज़र बनाए हुए हैं। नगर परिषद ओरछा के सीएमओ रामस्वरूप पटेरिया ने बताया कि प्रशासन की ओर से सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं, और लोगों से भी अपील की गई है कि वह नदी के किनारे न जाएं और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
रामस्वरूप पटेरिया, सीएमओ, नगर परिषद ओरछा ने बताया कि “माताटीला डैम से बड़ी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे बेतवा और जामनी नदियों में जल स्तर तेजी से बढ़ा है। प्रशासन पूरी तरह अलर्ट पर है। नदी किनारे बसे गांवों और होटलों को नोटिस और अलर्ट जारी किए गए हैं, SDRF की टीम तैनात कर दी गई है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत राहत कार्य किया जा सके।” प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे बेतवा और जामनी नदी के आसपास जाने से बचें, बच्चों को नदी के पास न जाने दें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रशासन या पुलिस को सूचना दें।