प्याज के दाम और बीमा राशि को लेकर किसानों का गुस्सा, कलेक्टर कार्यालय में प्याज फेंका और पुतला जलाया
फ़सल बीमा राशि और प्याज के उचित दाम न मिलने से नाराज़ किसानों ने सोमवार को एमपी के उज्जैन में जोरदार प्रदर्शन किया। भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में सैकड़ों किसान कलेक्टर कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने सेटेलाइट सर्वे का पुतला जलाया और प्याज फेंककर अपनी नाराजगी जताई। किसानों का आरोप है
कि उज्जैन जिले के किसानों ने फ़सल बीमा योजना के तहत लगभग 500 करोड़ रुपए की प्रीमियम राशि जमा कराई, लेकिन सरकार ने मात्र 97 करोड़ रुपए का भुगतान किया है। किसानों का कहना है कि यह उनके साथ सरासर धोखाधड़ी है। प्रदर्शन के दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और एसडीएम एल. एन. गर्ग को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
प्याज किसानों ने भी अपनी तकलीफ बयां करते हुए कहा कि उन्हें उनकी उपज का सही मूल्य नहीं मिल रहा। विरोध जताने के लिए उन्होंने कलेक्टर कार्यालय परिसर में प्याज फेंका। किसानों का कहना है कि सरकार उनकी मेहनत का सही दाम नहीं दे रही और सेटेलाइट सर्वे में भी भारी गड़बड़ियां हैं। भारतीय किसान संघ के प्रांतीय मंत्री भारत सिंह बैंस ने कहा कि किसानों को उनका हक मिलने तक आंदोलन जारी रहेगा।
जिला उपाध्यक्ष शिवचरण शर्मा ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने जल्द ही उनकी मांगें पूरी नहीं कीं, तो यह आंदोलन और बड़ा होगा और पूरे जिले में फैलाया जाएगा। प्रदर्शन के चलते कलेक्टर कार्यालय परिसर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे, लेकिन किसानों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा था। उनका कहना है कि वे न्याय मिलने तक हर स्तर पर सरकार का विरोध करते रहेंगे।