Sagar- रक्षाबंधन पर नदी में फंसा भाई – पूरी रात चट्टान पर बैठा रहा, पुलिस - SDRF ने निकाला सुरक्षित
रक्षाबंधन के दिन बहन के घर राखी बंधवाने जा रहा एक युवक नरेन नदी के तेज बहाव में फंस गया और पूरी रात नदी के बीच चट्टान पर बैठा रहा। यह घटना सागर जिले के बीना के भानगढ़ थाना क्षेत्र के चमारी गांव के पास हुई। युवक को मंगलवार सुबह पुलिस और एसडीआरएफ टीम ने सुरक्षित बाहर निकाला।
थाना प्रभारी सत्येंद्र सिंह भदौरिया के मुताबिक, आमखेड़ा निवासी 30 वर्षीय लालाराम आदिवासी हर साल रक्षाबंधन पर पैदल नदी पार करके अपनी बहन के गांव मोहली बाना (बालाबेहट, उत्तर प्रदेश) जाता था, क्योंकि यह रास्ता छोटा और तेज है। सोमवार शाम करीब 6 बजे वह नदी पार कर रहा था कि अचानक पानी का बहाव तेज हो गया। संतुलन बिगड़ने पर वह बहता हुआ नदी के बीचोंबीच एक चट्टान तक पहुंच गया।
रात करीब 7 बजे उसने जोर-जोर से मदद के लिए पुकारा, लेकिन अंधेरा और तेज बहाव के कारण ग्रामीण उसकी मदद नहीं कर पाए। बाद में चमारी गांव के कोटवार ने पुलिस को सूचना दी। रात करीब 11 बजे भानगढ़ पुलिस टीम मौके पर पहुंची और स्थानीय गोताखोरों की मदद से रेस्क्यू की कोशिश की, लेकिन पानी का बहाव इतना तेज था कि सफलता नहीं मिली। इसके बाद एसडीओपी नितेश पटेल के निर्देश पर एसडीआरएफ टीम को बुलाया गया। मंगलवार सुबह 7 बजे टीम मौके पर पहुंची और लाइफ जैकेट व रस्सियों की मदद से करीब एक घंटे के ऑपरेशन के बाद युवक को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
इस रेस्क्यू में ग्रामीण संजय वादर, रामबाबू यादव, अखिल यादव, निर्भय यादव, मस्तान यादव, रामबरन यादव सहित पुलिस बल ने अहम भूमिका निभाई। ग्रामीणों और पुलिस की तत्परता के कारण युवक की जान बच गई। हालांकि उसने पूरी रात ठंडी हवा और तेज पानी के बीच चट्टान पर बैठकर बिताई। यह घटना एक बार फिर याद दिलाती है कि बारिश के मौसम में नदी पार करने से पहले स्थिति का सही अंदाजा लगाना जरूरी है।