5 छात्राएं लापता,छात्रावास से कॉपी में मिला रहस्यमयी नोट- कुछ बनना चाहती हूं, इसलिए जा रही हूं
नगर में उस समय हड़कंप मच गया, जब नेताजी सुभाषचंद्र बोस बालिका छात्रावास से कक्षा 8वीं की पांच छात्राएं अचानक लापता हो गईं। यह घटना रविवार रात की बताई जा रही है। सुबह अटेंडेंस के दौरान बच्चियों के गायब होने का खुलासा हुआ। मामला सामने आते ही पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी। घटना की गंभीरता को देखते हुए एमपी के उमरिया जिले के पाली में पुलिस अधीक्षक निवेदिता नायडू, एसडीएम अम्बिकेश प्रताप सिंह, एसडीओपी एस.सी. बोहित और थाना प्रभारी राजेशचंद्र मिश्रा ने छात्रावास का निरीक्षण किया। पुलिस ने छात्रावास प्रबंधन और अन्य छात्राओं से पूछताछ की।
लापता छात्राओं के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। उनका आरोप है कि छात्रावास प्रबंधन ने सुरक्षा को लेकर भारी लापरवाही बरती है। परिजनों ने कहा कि छात्रावास में न तो बाउंड्रीवाल है और न ही CCTV कैमरे काम कर रहे हैं। ऐसे में पांच छात्राओं का एक साथ लापता होना सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल है। छात्रावास सहायिका ने बताया कि रात 8 बजे तक सभी छात्राएं जन्माष्टमी कार्यक्रम में शामिल थीं। इसके बाद उन्होंने खाना खाया और 11 बजे तक सब मौजूद थीं। लेकिन सुबह 8 बजे जब नाश्ते का एलार्म बजा और उपस्थिति ली गई तो पांच बच्चियां गायब थीं। काफी खोजबीन के बाद भी उनका कहीं पता नहीं चला।
पुलिस अधीक्षक निवेदिता नायडू ने बताया कि जांच के दौरान एक छात्रा की कॉपी में एक नोट मिला है, जिसमें लिखा था – मैं कुछ बनना चाहती हूं, कमाना-खाना चाहती हूं, इसलिए जा रही हूं। फिलहाल पुलिस ने छात्राओं की तलाश के लिए विशेष जांच टीम (SIT) बनाई है। आसपास के CCTV खंगाले जा रहे हैं और रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड सहित संभावित जगहों पर जांच की जा रही है। यह घटना उस समय हुई है, जब अर्चना तिवारी की गुमशुदगी का मामला पहले से ही जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। ऐसे में एक साथ पांच छात्राओं का लापता होना विभागीय कार्यप्रणाली और छात्रावास प्रबंधन की जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।