सड़क किनारे मिले 43 वोटर आईडी, केंद्रीय मंत्री के बंगले के पास, प्रशासन ने शुरू की जांच
शहर के सिविल लाइन रोड पर मंगलवार की रात एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। एमपी के टीकमगढ़ जिले में केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार के बंगले के पास सड़क किनारे पड़े कचरे के ढेर में 43 वोटर आईडी कार्ड मिले। जैसे ही यह खबर फैली, इलाके में हड़कंप मच गया। कोऑपरेटिव बैंक के पूर्व अध्यक्ष विवेक चतुर्वेदी को जब इस बात की जानकारी लगी तो उन्होंने तुरंत एसडीएम को इसकी सूचना दी। कुछ ही देर बाद तहसीलदार और पटवारी मौके पर पहुंचे। प्रशासनिक टीम ने सभी वोटर आईडी कार्डों को जब्त कर लिया और मामले की जांच शुरू कर दी।
सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि आखिर ये 43 वोटर आईडी कार्ड कचरे में कैसे पहुंचे? क्या ये लापरवाही का नतीजा है या फिर इसके पीछे कोई और वजह छुपी है? प्रशासन ने फिलहाल जांच शुरू कर दी है और जिम्मेदारों का पता लगाने की बात कही है। घटना के बाद स्थानीय लोगों में नाराज़गी देखी जा रही है। लोगों का कहना है कि वोटर आईडी लोकतंत्र की सबसे अहम पहचान है। अगर ये ही कचरे में मिलें तो आम जनता का विश्वास डगमगाना लाजमी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए अब उम्मीद की जा रही है कि जिला प्रशासन जल्द ही दोषियों तक पहुंचेगा। तहसीलदार ने कहा कि घटना गंभीर है। जांच के बाद यह स्पष्ट होगा कि यह लापरवाही किसकी है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।