Digvijay Singh के दावे के बाद अब Narottam Mishra ने Kamal Nath और Digvijay को घेरा
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के कमलनाथ सरकार गिराने से जुड़े बयान के बाद शुरू हुई सियासी बहस में पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी चुटकी ले ली है। उन्होंने दिग्विजय के बयान पर शायराना अंदाज़ में कहा – “ऐ काफ़िले वालों, तुम इतना भी नहीं समझते थे, लूटा है तुम्हें रहजन ने रहबर के इशारे पर।” उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस को बुज़ुर्गों ने ही सत्ता से वंचित कर दिया।
नरोत्तम मिश्रा ने आरोप लगाया कि पर्दे के पीछे से दिग्विजय सिंह सरकार चला रहे थे।. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि अब साफ हो गया है काफिला क्यों लुटा और असली दोषी कौन था। कांग्रेस को बुढ़ापे में मिली “बच्चा रूपी सरकार” को इनके नेताओं ने ही खत्म कर डाला। मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि शुरुआत से ही हम कहते थे—सरकार कमलनाथ नहीं बल्कि दिग्विजय सिंह चला रहे थे, और यही उसकी गिरावट का कारण बना।
उन्होंने याद दिलाया कि उस समय मंत्री उमंग सिंघार ने भी यही बात कही थी, लेकिन कमलनाथ की आंखों पर दिग्विजय ने पट्टी बांध रखी थी। आज जाकर उन्हें सच की याद आई है। मिश्रा ने चुनौती दी—अगर आप सच की राह पर चल ही पड़े हैं, तो यह भी बताइए कि डेढ़ साल की सरकार में “सुपर सीएम” दिग्विजय सिंह ने आपसे कितने भ्रष्ट फैसले करवाए। वरना जनता यही मानेगी कि आप दोनों एक-दूसरे पर ठीकरा फोड़कर गुमराह कर रहे हैं। असलियत यही है कि कांग्रेस की डूबती नाव को उसके ही कप्तान ने छेद कर डुबोया।
दरअसल, दिग्विजय सिंह ने एक पॉडकास्ट में खुलासा किया कि एक बड़े उद्योगपति के घर कमलनाथ और सिंधिया के साथ हुई थी बैठक में सभी मुद्दों पर चर्चा हुई और एक “विश लिस्ट” भी तैयार की गई, जिस पर दोनों नेताओं ने दस्तखत किए। लेकिन उसका पालन नहीं हुआ और अंततः सरकार गिर गई।" दिग्विजय सिंह ने साफ कहा कि यह पूरा मामला आईडियोलॉजी का नहीं बल्कि पर्सनालिटी क्लैश था इस पर कमलनाथ ने भी प्रतिक्रिया दी।
कमलनाथ ने ट्वीट कर पलटवार करते हुए कहा सिंधिया को लगता था कि सरकार दिग्विजय सिंह चला रहे हैं। इसी नाराजगी में उन्होंने कांग्रेस के विधायकों को तोड़ा और हमारी सरकार गिराई थी। वही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस पर कुछ भी कहने से मना कर दिया। इस बयान के बाद एमपी की राजनीति गरमा गई है और बीजेपी नेता कांग्रेस की खिंचाई करने से पीछे नहीं हट रहे।