तेज़ बहाव में कार बह गई, ग्रामीण बने देवदूत, चंबल नदी उफान पर – मां चामुंडा मंदिर जलमग्न
एमपी के उज्जैन जिले के नागदा और आसपास के इलाकों में लगातार हो रही बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। गुरुवार शाम को एक बड़ा हादसा टल गया, जब पचलासी गांव में एक कार नाले में बह गई। लेकिन गांव के युवाओं की बहादुरी से कार सवार दोनों लोगों की जान बच गई। शनिवार शाम से नागदा और खाचरोद क्षेत्र में मूसलाधार बारिश हो रही है। तेज बारिश के चलते चंबल नदी उफान पर है और मां चामुंडा मंदिर पूरी तरह जलमग्न हो चुका है। हालात गंभीर देखते हुए प्रशासन ने चंबल घाट पर पुलिस जवानों की ड्यूटी लगाई है और गोताखोरों को भी अलर्ट पर रखा गया है। इसी बीच, खाचरोद के पचलासी गांव के पास चौकी की खाली इलाके में बड़ा हादसा होते-होते टल गया। नाले में अचानक तेज बहाव आ गया और उसमें एक अल्टो कार बह गई। कार में दो लोग सवार थे।
गांव के युवाओं ने हिम्मत और सूझबूझ दिखाते हुए तुरंत नाले में छलांग लगाई और कार तक पहुंचे। उन्होंने दोनों लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। ग्रामीणों की इस बहादुरी से दो जानें बच गईं, जबकि कार तेज बहाव में बह गई। गांव के लोगों का कहना है कि पिछले 24 घंटे से पचलासी गांव का संपर्क पूरी तरह बाधित है। दोनों ओर से नाले के ऊपर से पानी बह रहा है। 30 अगस्त शाम 6 बजे से लगातार पानी का बहाव तेज है, जिससे गांव तक आना-जाना मुश्किल हो गया है। स्थानीय ग्रामीणों ने अपील की है कि लोग तेज बहाव के दौरान पुलिया या नाले पार करने की कोशिश न करें। जरा सी लापरवाही बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है। फिलहाल, प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए है और चंबल नदी व आसपास के क्षेत्रों में अलर्ट जारी है।