Sagar- हे राम यहां तो शमसान चोरी हो गया, अब ऐसे हो रहा अंतिम संस्कार
सागर जिले में इंसानियत को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है। यहाँ शमसान घाट से हुई चोरी के कारण ग्रामीणों को अपने प्रियजन का अंतिम संस्कार अस्थाई तरीके से करना पड़ा। मामला बुधवार का है, जब एक परिवार को भारी बारिश और शमसान की अनुपलब्धता के बीच बेहद दुखद हालात का सामना करना पड़ा। यह घटना सागर जिले की देवरी विधानसभ के केसली क्षेत्र के ग्राम पंचायत के वार्ड क्रमांक 01 की है।
ग्रामीणों ने बताया कि इस वार्ड में करीब एक हजार से ज्यादा वोटर रहते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए कुछ साल पहले यहाँ एक शमसान घाट का निर्माण किया गया था। लेकिन, अज्ञात चोर वहां से जरूरी सामान और ढांचा चोरी कर ले गए। अब ग्रामीणों के पास शव दाह संस्कार के लिए कोई स्थायी व्यवस्था नहीं बची है।
बुधवार को वार्ड क्रमांक 01 के ही निवासी भागीरथ रैकवार का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। परिजन जब शव को अंतिम संस्कार के लिए जमुनिया रोड स्थित शमसान की ओर ले जाना चाहते थे तो भारी बारिश के कारण रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया। मजबूरी में ग्रामीणों ने लकड़ियों के सहारे एक अस्थाई चबूतरा बनाया और ऊपर चद्दर डालकर दाह संस्कार करना पड़ा। यह दृश्य देखकर हर कोई आहत हो उठा।
मृतक के परिजनों का कहना है कि बार-बार प्रशासन को शमसान घाट की मरम्मत और पुनर्निर्माण के लिए गुहार लगाई गई, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। अब स्थिति यह है कि शव यात्रा को पास के दूसरे शमसान तक ले जाना बेहद मुश्किल होता है, क्योंकि वह बहुत दूर है और रास्ता भी ठीक नहीं है। ग्रामीणों की मांग है कि वार्ड में जल्द से जल्द स्थायी शमसान घाट का निर्माण कराया जाए, ताकि किसी को इस तरह की शर्मनाक स्थिति का सामना न करना पड़े। यह मामला सिर्फ एक परिवार का नहीं, बल्कि पूरे वार्ड की समस्या है। प्रशासन की उदासीनता ने लोगों को मजबूर कर दिया है कि वे अपने प्रियजनों को अंतिम विदाई भी सम्मानजनक ढंग से नहीं दे पा रहे हैं।