घर को बना दिया नोट छापने की फैक्ट्री, 500-500 की गड्डी देख पुलिस हैरान
एमपी की उज्जैन पुलिस ने नकली नोट छापने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पांच लोगों को गिरफतार किया है। जिनके पास से पांच लाख रुपए के नकली नोट जब्त किये गये है। पकड़े गये आरोपियों में एक रिटायर्ड कमिश्नर का बेटा भी शामिल हैं।
गुरुवार को पुलिस कन्ट्रोल रूम में एसपी प्रदीप शर्मा ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि दुर्गेश डाबी नामक युवक ने एक इलेक्ट्रॉनिक की दुकान से कुछ सामान खरीदा था। जिसके बिल का भुगतान उसने नक़ली नोट से किया था। दुकान मालिक की शिकायत पर माघव नगर पुलिस ने जब दुर्गेश को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पूरा मामला उजागर हो गया। इसके बाद पुलिस ने दुर्गेश के चार अन्य साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया।
जिनके पास से पांच लाख रुपए के नकली नोट जब्त किये गये है। इनमें 500 ,200 और 100 रूपए के नोट शामिल हैं। गिरोह का मास्टर माइंड बुरहानपुर में रहने वाला सुनील पाटील है।जो नकली नोट छापने के मामले में फिलहाल देवास जेल में बंद हैं।एस पी ने बताया कि गिरोह ने कुल 18 लाख रुपए के नकली नोट छापे थे। इनमे से पुलिस पांच लाख रुपए जब्त कर चुकी हैं।शेष बचे हुए रूपए के बारे पता लगाया जा रहा है।