बुलडोज़र कार्रवाई, 23 मकान और झोपड़ियाँ ढहाई गईं, विरोध में भड़के लोग |SAGAR TV NEWS|
नगर परिषद की कार्रवाई ने वार्ड क्रमांक 11 के सैकड़ों लोगों को बेघर कर दिया है। सुबह अनूपपुर जिले के अमरकंटक नगर परिषद की टीम बुलडोज़र लेकर पहुंची और करीब 23 मकान व झोपड़ियों को ढहा दिया। इस कार्रवाई में जिला कलेक्टर के आदेश और उच्च अधिकारियों के मार्गदर्शन में राजस्व विभाग, पुलिस और वन विभाग के अधिकारी मौजूद थे। नगर परिषद का कहना है कि यह जमीन सरकारी है और हाल ही में कई नए लोग यहां बिना अनुमति निर्माण कर कब्जा कर रहे थे।
कार्रवाई का उद्देश्य अवैध कब्जों से भूमि को मुक्त कराना था। लेकिन स्थानीय लोगों ने इस कार्रवाई का कड़ा विरोध जताया। उनका आरोप है कि नगर परिषद ने बिना नोटिस दिए बुलडोज़र चला दिया। लोगों का कहना है कि कार्रवाई मनमानी तरीके से हुई—किसी का घर तोड़ा गया तो किसी का छोड़ा गया। पीड़ितों का आरोप है कि "चेहरा देखकर" कार्यवाही की गई, जिससे कई परिवारों पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा।
नगर परिषद अमरकंटक के मुख्य नगरपालिका अधिकारी चैन सिंह परस्ते ने साफ किया कि कार्रवाई सिर्फ नए बसे लोगों पर की गई, जिन्होंने नियमों की अनदेखी करते हुए कब्जा किया था। वहीं नगर परिषद अध्यक्ष पार्वती सिंह ने चौंकाने वाला बयान दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें इस कार्रवाई की कोई जानकारी नहीं थी और अचानक से टीम पहुंचकर घर तोड़ दिए।
इस घटना के बाद पीड़ित परिवारों और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (GGP) के नेताओं ने विरोध जताया। GGP के राष्ट्रीय संगठन मंत्री हरेंद्र सिंह मार्को ने प्रशासन पर अन्यायपूर्ण कार्रवाई का आरोप लगाया और पीड़ितों के हक में आवाज बुलंद की। नगर परिषद की इस कार्रवाई ने एक ओर जहां अवैध कब्जे पर लगाम लगाने का संदेश दिया, वहीं दूसरी ओर प्रभावित परिवार न्याय की गुहार लगाते नज़र आ रहे हैं। अब देखना होगा कि प्रशासन पीड़ितों को कोई राहत देता है या विवाद और गहराता है।