सागर- केसली में नकली सोयाबीन बीज का बड़ा घोटाला, किसानों को नहीं मिल रहा न्याय |SAGAR TV NEWS|
सागर जिले के केसली क्षेत्र में नकली सोयाबीन बीज का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। किसानों ने बार-बार ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की, लेकिन अब तक प्रशासन की ओर से ठोस कदम न उठाए जाने से अन्नदाता परेशान और आक्रोशित हैं। भारतीय किसान संघ ने आरोप लगाया है कि अन्नदाता बीज समिति हिनोतिया और स्वास्तिक बीज समिति खुरई तेवरी ने किसानों को अमानक बीज उपलब्ध कराया। बीज बोने के बाद हालत इतनी खराब रही कि 2 एकड़ खेत में मुश्किल से 10–15 पौधे ही निकले और उनमें से कुछ पर केवल 2–3 फलियां ही आईं। यह स्थिति देखकर किसानों का गुस्सा फूट पड़ा।
किसानों की शिकायत पर कलेक्टर ने बीज के नमूने लैब भेजे, जहां रिपोर्ट में बीज अमानक पाया गया। इसके बाद कलेक्टर ने दोनों बीज कंपनियों पर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश तो दिए, लेकिन आज तक कोई कड़ी कार्रवाई नहीं हुई। किसान संघ का आरोप है कि कंपनी और एफपीओ संचालकों ने आपस में समझौते कर 5 लाख रुपये का सौदा किया, लेकिन यह राशि किसानों तक नहीं पहुंची।
किसान संघ प्रतिनिधि ने बताया कि हमने 5 जुलाई से लेकर 15 सितंबर तक अलग-अलग स्तरों पर ज्ञापन दिए हैं। लेकिन अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई। किसान बर्बाद हो रहे हैं और प्रशासन सिर्फ कागजी कार्रवाई कर रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए केसली कृषि विभाग के एसडीओ खुद मौके पर पहुंचे। उन्होंने निरीक्षण के बाद साफ कहा कि किसानों को 25 से 30 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा मिलना चाहिए।
किसान संघ ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे बड़े आंदोलन और चक्का जाम करेंगे। सवाल यह है कि अन्नदाता, जो देश का पेट भरता है, आखिर कब तक नकली बीज घोटालों का शिकार होता रहेगा और कब उसे न्याय मिलेगा?