Sagar - बरगद की छांव में बसा मां चौसठ योगिनी धाम, नवरात्रि में उमड़ा भक्तों का सैलाब
नवरात्रि का पर्व आस्था और भक्ति का प्रतीक है। इसी कड़ी में सागर जिले के देवरी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पनारी स्थित प्रसिद्ध मां चौसठ योगिनी धाम भक्तों की आस्था का केंद्र बना हुआ है। यहां मां के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। बरगद की विशाल छांव में बसा यह धाम न सिर्फ धार्मिक आस्था से जुड़ा है, बल्कि प्रकृति की अनूठी छटा भी यहां देखने को मिलती है। करीब दो एकड़ क्षेत्र में फैले इस बरगद के वृक्ष की शाखाओं और जड़ों के बीच मां के चौसठ स्वरूप स्थापित हैं।
यही वजह है कि यह स्थान श्रद्धालुओं के लिए अद्भुत और सिद्ध धाम माना जाता है। नवरात्रि शुरू होते ही सुबह-सुबह माता के जयकारों से मंदिर परिसर गूंज उठता है। यहां विशेष पूजन-अर्चना, भजन-कीर्तन और धार्मिक अनुष्ठान लगातार नौ दिनों तक चलते हैं। भक्तों का मानना है कि मां के दरबार में मनोकामना लेकर आने वाला हर व्यक्ति प्रसन्न और संतुष्ट होकर लौटता है।
देवरी विधानसभा सहित सागर, नरसिंहपुर, जबलपुर और आसपास के जिलों से हजारों श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं। खासकर नवमी के दिन धाम परिसर में भव्य मेले का आयोजन होता है, जिसका इंतजार श्रद्धालु बड़ी बेसब्री से करते हैं। धाम के पुजारी द्वारका प्रसाद वैध बताते हैं कि यह धाम हजारों वर्ष पुराना है और लगभग 60 वर्षों से वे स्वयं यहां आराधना कर रहे हैं।
उनका कहना है कि मां चौसठ योगिनी के चरणों में जो भी श्रद्धा और विश्वास से प्रार्थना करता है, उसकी मनोकामना अवश्य पूरी होती है। बरगद की छांव में बसे इस पवित्र धाम में आस्था और शांति का ऐसा संगम है, जो हर भक्त के मन को मोह लेता है। यही कारण है कि नवरात्रि में मां चौसठ योगिनी धाम भक्ति और विश्वास का बड़ा केंद्र बन जाता है।