खाद के लिए परेशान किसान, सरकार के दावों की पोल खोली ज़मीनी हकीकत ! |SAGAR TV NEWS|
सरकार लाख दावे करे कि किसानों के लिए पर्याप्त खाद मौजूद है, लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। एमपी के खरगोन ज़िले में किसान सुबह से लाइन में लगे हैं, पर शाम तक भी खाद नहीं मिल पा रही। ऊपर से खाद के साथ जबरन नैनो यूरिया बोतल थोपे जाने की शिकायतें सामने आई हैं।
यह नज़ारा है खरगोन ज़िला विपणन केंद्र का, जहाँ किसान सुबह से खाद के लिए लाइन में खड़े हैं। धूप में तपते इन किसानों की तकलीफ़ देखकर साफ़ जाहिर होता है कि सरकार के सारे दावे सिर्फ कागज़ों पर ही सिमटे हैं।
किसानों का कहना है कि सुबह 6 बजे से लाइन में लगने के बाद भी शाम तक मुश्किल से 5 बोरी खाद मिल पाती है। केंद्र पर न पानी की व्यवस्था है, न छांव की।
सबसे बड़ी समस्या यह है कि खाद के साथ जबरन नैनो यूरिया बोतल दी जा रही है। किसान इसे लेने से मना करते हैं तो उन्हें खाद ही नहीं देने की धमकी दी जाती है। एक किसान ने बताया — “हमारे खेत में नैनो यूरिया काम का नहीं, लेकिन समिति वाले कहते हैं कि बिना नैनो लिए खाद नहीं मिलेगी।”
रोहित गहलोत, किसान ने बताया कि सुबह से लाइन में लगे हैं, दोपहर हो गई पर नंबर नहीं आया। नैनो बोतल नहीं लो तो खाद नहीं देते। पूजा, किसान की बेटी ने बताया कि पापा सुबह से लाइन में हैं, घर में बच्चे भूखे हैं, लेकिन खाद नहीं मिल रही। धर्म मास्टर, किसान ने बताया कि सरकार के दावे खोखले हैं, किसानों को सुविधाएँ नहीं मिल रहीं, केंद्रों पर अफरा-तफरी है।
कलेक्टर साहीबा, किसान परेशान हैं — व्यवस्था की हकीकत आप तक पहुँची या नहीं? खाद के लिए जूझते ये किसान अब सिर्फ वादे नहीं, राहत चाहते हैं।