Sagar- वृंदावन मंदिर की बेशकीमती जमीन पर नेताओं-कॉलोनाइजरो की नजर, क्या बोले महंत
सागर के प्रसिद्ध वृन्दावन बाग देव् मंदिर की बेशकीमती करोडो की जमीन पर अब शहर के नेताओ और कॉलोनाइजरो की नीयत बिगड़ रही है, जिसको लेकर वृन्दावन बाग के महंत नरहरीदास ने न सिर्फ इस पर चिंता जाहिर की बल्कि मीडिया के सामने अपनी इस बात को भी खुलकर रखा और बताया कि सागर की प्राईम लोकेशन पर मठ मंदिर की जमीन होने से नेताओं और कॉलोनाइजर की नजर है।
हमारा उद्देश्य जमीन को मठ के अधीन कर उसको सेवा प्रकल्पों को शुरुआत करने की है। गरीब बच्चों को शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं देना शामिल है। इसके साथ ही तिली चौराहे के पास की 20 एकड़ की जमीन पर वेद, रामचरित मानस और संत परम्पराओं का पठन पाठन आदि कराने की योजना है। इसके साथ मठ की सारी संपति को अतिक्रमण से मुक्त कराकर सुरक्षित करना बड़ा दायित्व है।
बता दे कि वृन्दावन बाग मंदिर में श्री रामचरित मानस सम्मेलन चल रहा है जिसमे पातालपुरी पीठ के पीठाधीश्वर जगदगुरू श्री बालकदास जी महाराज भी शामिल हुए, मीडिया से चर्चा में उन्होंने कहा कि धार्मिक मठ और मंदिर सनातन संस्कृति के केंद्र होते है। इनके माध्यम से हमारी संस्कृति और परंपराएं आगे नई पीढ़ियों को जोड़ने का दायित्व होता है। सागर ने रामानंदी परम्परा का श्री वृन्दावन बाग मठ इसको निभा रहा है । वृन्दावन बाग मठ राष्ट्र ,समाज और धर्मसेवा के क्षेत्र में लगातार कार्य कर रहा है। इसके कुछ प्रकल्प शुरू होने वाले है जो मठ की गरिमा को बढ़ाएंगे।