आदिवासी ज़मीन हड़पने के मामले में कांग्रेस का महा प्रदर्शन, कलेक्ट्रेट गेट पर चढ़कर किया हंगामा
एमपी के कटनी में राजनीतिक तापमान अचानक बढ़ गया, जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आदिवासियों के साथ मिलकर कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। युवा कांग्रेस और आदिवासी संगठन के सैकड़ों लोग प्रशासन के खिलाफ नारे लगाते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। देखते ही देखते प्रदर्शन उग्र हो गया और कार्यकर्ता मेन गेट पर ही चढ़ गए। स्थिति तनावपूर्ण होने पर पुलिस बल तैनात करना पड़ा। विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं का कहना था कि आदिवासी जमीन के मामले में प्रशासन लगातार लापरवाही बरत रहा है, जबकि कई बार दस्तावेजों और सबूतों के साथ शिकायतें की जा चुकी हैं।
युवा कांग्रेस प्रदेश सचिव देवांशू ‘अंशु’ मिश्रा का बड़ा आरोप युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव देवांशू अंशु मिश्रा ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा— विजयराघवगढ़ विधायक संजय पाठक ने कटनी, डिंडौरी, जबलपुर, उमरिया और सिवनी जिलों में आदिवासी परिवारों की जमीनें अवैध तरीके से हड़प ली हैं। जिन आदिवासियों के नाम जमीन की रजिस्ट्री कराई गई थी, उन लोगों को गायब करा दिया गया है। हम कई बार इन मामलों की शिकायत प्रशासन को दे चुके हैं,
पर अभी तक एक भी FIR दर्ज नहीं हुई। उन्होंने बताया कि इसी शिकायत को लेकर वे आज आदिवासियों के साथ ज्ञापन देने कलेक्ट्रेट पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें मुख्य गेट पर ही रोक दिया। इससे कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए और गेट पर चढ़कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। कलेक्ट्रेट परिसर में तनाव, पुलिस ने संभाला मोर्चा जैसे-जैसे भीड़ बढ़ती गई, प्रशासन ने भारी पुलिस बल बुला लिया।
पुलिस ने कार्यकर्ताओं को गेट से नीचे उतरवाया और हालात को काबू किया। प्रदर्शन के दौरान कई बार दोनों पक्षों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। कांग्रेस नेताओं का साफ कहना है— जब तक जमीन की वापसी और मामले की उच्चस्तरीय जांच नहीं होगी, हमारा आंदोलन जारी रहेगा। प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन आज का प्रदर्शन कटनी की राजनीति में नई हलचल लेकर आया है।