सागर - कलेक्टर को खबर नहीं, कलेक्ट्रेट में लगे 1000 पेड़ों पर चला बुलडोजर, रात भर में उजाड़ा
सागर में कलेक्टर ने दो अतिरिक्त कक्ष बनवाने का आदेश क्या दिया, कारसाजों ने रातों-रात 10 घंटे भीतर कलेक्टोरेट परिसर में लगे एक हजार पेड़ों को जेसीबी चला कर काट दिया। मामला सामने आने के बाद यह चर्चाओं में आ गया है क्योंकि 5 साल पहले कोराना काल में कलेक्टोरेट परिसर में 8 हजार वर्गफीट की भूमि पर मियावाकी तकनीक से एक हजार से लगवाए गए थे। राम आस्था मिशन द्वारा पीपल, बरगद, जामुन, नीम और सुबबूल समेत कई प्रजातियों के पौधे लगा कर तैयार किए गए मियावाकी के जंगल का जब लोकार्पण हुआ था तब इसे शहर का नया ऑक्सीजन बैंक बताया गया था।
हजारों पक्षियों तथा जीव-जंतुओं के बसेरा और शहर के ऑक्सीजन बैंक को रविवार-सोमवार रमियानी रात जेसीबी चलाकर उजाड़ दिए जाने को लेकर जब कलेक्टर संदीप जीआर से मीडिया ने सवाल पूछा तो उन्होंने इससे अनभिज्ञता जताते हुए कहा वहां कोई जंगल था, इसकी मुझे जानकारी नहीं है। कलेक्टर ने बताया कि परिसर में दो बड़े कक्ष बनाए जाने हैं, जिसके लिए यह जगह चिन्हित की गई थी। उन्होंने कहा कि, यदि पेड़ काटे गए हैं तो मैं इसे दिखवा लेता हूं।
पर्यावरण संरक्षण के लिए विगत कई वर्षों से कार्य कर रही राम आस्था मिशन फाउंडेशन के संरक्षक तन्मय जैन ने कहा कि, हमने देशभर में 918 छोटे-बड़े जंगल लगाए हैं, लेकिन यह पहली बार है कि जब एक रात में पूरा जंगल उजाड़ दिया गया। उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा सागर कलेक्टोरेट में बनाए गए राम वन को उजाड़ दिए जाने का मामला प्रधानमंत्री के समक्ष उठाएंगे।