Sagar- रहली में निकली रामजी की दिव्य बारात: हाथी-घोड़े, बैंड-बाजे और आस्था का अद्भुत संगम
आज हम आपको लिए चलते हैं उस पवित्र उल्लास और दिव्य आस्था के बीच, जहाँ मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम और माता जानकी का विवाह महोत्सव पूरे भव्यता और श्रद्धा के साथ मनाया गया। विवाह पंचमी के अवसर पर सागर जिले के रहली में निकली रामजी की भव्य बारात ने पूरे नगर को भक्तिमय कर दिया।
रहली के ऐतिहासिक जानकी रमन मंदिर में प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी राम–जानकी विवाह महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। सुबह से ही मंदिर परिसर और मुख्य मार्गों पर भक्तों का तांता लगा रहा। दोपहर होते-होते बारात की तैयारियों ने रफ्तार पकड़ ली और नगर का माहौल राम नाम के जयकारों से गूंज उठा।
देखिए यह अलौकिक दृश्य—बजरंगबली की अगुवाई में निकली रामजी की बारात। हाथी, घोड़े, शोभायात्रा की झांकियां और बैंड-बाजे की मधुर धुन पर थिरकते श्रद्धालुओं ने उत्सव में चार चांद लगा दिए। बुजुर्ग, युवा, महिलाएँ और बच्चे—हर कोई इस दिव्य क्षण का साक्षी बनने को उमड़ पड़ा।
नगर के प्रमुख मार्गों से गुजरती बारात का जगह-जगह भव्य स्वागत किया गया। लोगों ने पलक-पाँवड़े बिछाकर, पुष्पवर्षा करते हुए बारातियों का अभिनंदन किया। कई स्थानों पर कलाकारों द्वारा धार्मिक प्रस्तुतियां भी दी गईं, जिससे वातावरण और भी आध्यात्मिक हो उठा।
अंत में बारात पहुँची बजरिया स्थित विवाह स्थल पर, जहाँ का दृश्य मानो किसी स्वर्गिक दरबार जैसा प्रतीत हो रहा था। चारों ओर भव्य साज-सज्जा, सुंदर पुष्प सजावट और दीपों की चमक भगवान सीताराम के दिव्य विवाह की साक्षी बन रही थी।
यहाँ देर रात तक वेद मंत्रों की गूंज और पारंपरिक बुंदेली रीति-रिवाजों के साथ राम–जानकी विवाह संपन्न होगा। श्रद्धालुओं के लिए यह क्षण अनमोल है और हर कोई इस दिव्य मिलन का साक्षी बनने को उत्सुक है।