सागर- BJP नेता को मिली लीज के खिलाफ ग्रामीणों का बड़ा विरोध, मगरधा में क्रेशर खदान पर बवाल!
सागर जिले के बीना विधानसभा और खुरई तहसील अंतर्गत आने वाले मगरधा गांव में क्रेशर खदान की लीज को लेकर ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला। बड़ी संख्या में ग्रामीण मंगलवार को खुरई एसडीएम कार्यालय पहुंचे और भाजपा नेता प्रदीप दुबे की पत्नी को दी गई लीज के खिलाफ जमकर विरोध दर्ज कराया। ग्रामीणों ने एसडीएम मनोज चौरसिया को ज्ञापन सौंपकर मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की।ग्रामीणों ने बताया कि खसरा नंबर 181, जो कि शासकीय भूमि है, उस पर क्रेशर खदान के लिए लगभग 2 हेक्टेयर की लीज स्वीकृत की गई है। लेकिन उसी भूमि पर मध्यप्रदेश शासन की पोषण वाटिका स्वीकृत है, जिसका कार्य पहले से चल रहा है। ऐसे में इस जमीन को खदान के लिए देना नियमों के विरुद्ध है।
ग्रामीणों ने यह भी बताया कि जिस स्थान पर लीज दी गई है, वह प्रधानमंत्री ग्राम सड़क से लगा हुआ है। वहीं लगभग 300 मीटर दूरी पर आबादी क्षेत्र, माध्यमिक विद्यालय, और ग्राम पंचायत भवन स्थित है। इसके साथ ही उसी खसरा से लगे हुए ग्राम पंचायत के दो तालाब भी मौजूद हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि तहसीलदार और पटवारी द्वारा लीज के लिए गलत रिपोर्ट लगाई गई, जिसमें कहा गया कि 500 मीटर की सीमा में कोई संवेदनशील स्थान नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि खदान खुलने पर गांव का पर्यावरण, पानी के स्रोत, स्कूल परिसर और आसपास की आबादी सीधे प्रभावित होगी।
इसलिए खदान की लीज देना पूरी तरह नियम विरुद्ध है और इसे तुरंत निरस्त किया जाना चाहिए। ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि लीज को तत्काल रद्द नहीं किया गया तो गांव के लोग उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। वासू यादव ग्रामीणों ने स्पष्ट कहा— “हम गांव में प्रदूषण और खतरा नहीं आने देंगे। गलत जानकारी देकर लीज दिलाने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए। लीज निरस्त नहीं हुई तो हम बड़ा विरोध करेंगे।” मगरधा गांव में खदान का मुद्दा अब बड़ा राजनीतिक और प्रशासनिक विवाद बनता जा रहा है। ग्रामीणों की मांग है— न्याय, पारदर्शिता और गांव की सुरक्षा।