सगी बहन से ज्यादती सिर को धड़ से किया था अलग दरिंदे चाचा भतीजे को हुई फांसी || STVN INDIA ||
एमपी के सागर जिले के बंडा थाना क्षेत्र में साल 2019 में नाबलिग से सामूहिक दुष्कर्म फिर नृशंस हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया था इस घटना के 22 महीने बाद बंडा अपर सत्र न्यायलय ने 2 आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई है। बंडा न्यायलय के अपर सत्र न्यायधीश उमाशंकर अग्रवाल ने विरलतम श्रेणी का केस मानते हुए सजा सुनाई है। जिसमे आरोपी रामप्रसाद और बंशीलाल अहिरवार को मृत्यु दंड दिया है। दरअसल साल 2019 में एक 12 साल की बच्ची 13 मार्च को स्कूल के लिए निकली थी। 14 मार्च को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई। अगले दिन उस बच्ची की लाश एक खेत में मिली थी। मासूम के शव को सिर और धड़ अलग अलग टुकड़ो में मिले थे। इस नृशंस हत्या के आरोपी उसी मासूम के दो सगे भाई और चाचा चाची आरोपी निकले थे। इसमें एक भाई नाबालिग था जिसका किशोर न्यास में मामला चल रहा है। घटना में न्यायलय ने एक महिला को बड़ी किया है और चाचा भतीजे को फांसी की सजा सुनाई है।