मध्यप्रदेश में वंशवाद में जकड़ती राजनीति|नेता पुत्रो की एंट्री|Shiva पुरोहित|STVN INDIA|SAGAR TV NEWS
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ,केंद्रीय कृषि नरेँद्र सिंह तोमर, केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री प्रहलाद पटेल, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया , मंत्री गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह ठाकुर, गोविन्द सिंह राजपूत, पूर्व मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय सचिव कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व मंत्री गौरीशंकर शेजवार, पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ये वो नाम है जिनके पुत्रो की राजनीति में एंट्री हो चुकी है या फिर एक के बाद एक होती जा रही है।शुरुआत करते है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कार्तिक्ये चौहान से जो राजनीति की युवा टीम में कम वक़्त में लोकप्रिय हो गए है उनके साथ मंत्री भूपेंद्र सिंह के पुत्र अभिराज सिंह, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के बेटे प्रबल सिंह पटैल भी राजनीति में धीरे धीरे एंट्री कर रहे है उधर बात करे सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे आर्यमान सिंधिया और मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत के पुत्र आकाश राजपूत की दोनों ही राजनीति में अपने पिता को सपोर्ट करते करते राजनीति में कदम बड़ा रहे रहे। वही देखा जाये तो पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के पुत्र जयवर्धन सिंह की, पूर्व मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय सचिव कैलाश विजयवर्गीय पुत्र आकाश विजयवर्गीय की और मंत्री गोपाल भार्गव के पुत्र अभिषेक भार्गव की, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के पुत्र देवेंद्र प्रताप सिंह, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के बेटे पवन वर्मा की तो ये लम्बे वक़्त से पाने पिता को राजनीति में सपोर्ट करते करते खुद राजनीति में आ चुके है। आकाश विजयवर्गीय और जयवर्धन सिंह जहाँ वर्तमान में विधायक है वही अभिषेक भार्गव जहाँ पिछली दो बार से चुनावी राजनीति में आने के लिए तैयार है। गौरी शंकर शेजवार के पुत्र मुदित शेजवार को 2018 विधानसभा चुनाव में पिता के बदले टिकिट दिया गया था। लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा।