सीएमएचओ की प्रताड़ना से तंग आकर बाबू ने उठाया ये बड़ा कदम सुसाइड नोट भी छोड़ा || SAGAR TV NEWS ||
एमपी के बैतूल में सीएमएचओ कार्यालय में पदस्थ एक लिपिक ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली । सुसाइड करने से पहले लिपिक ने सुसाइड नोट भी छोड़ा हैं जिसमें लिखा है कि उन्हें ऑफिस में परेशान किया जा रहा था । वहीं मृतक की पत्नी का आरोप है कि पूर्व सीएमएचओ डॉ प्रदीप धाकड़ उनके पति को परेशान कर रहे थे । इस मामले में पुलिस को मिले सुसाइड नोट के आधार पर जांच की जा रही है , वही सीएमएचओ डॉ एके तिवारी ने इस मामले की जांच के लिए टीम गठित की है ।बता दे की बैतूल सीएमएचओ कार्यालय में पदस्थ सहायक ग्रेड-3 बलवंत सिंह राजपूत जो विकास शाखा के इंचार्ज थे उन्होंने ने बुधवार को सल्फास खा ली थी जिसके बाद उन्हें उल्टियां होना शुरू हो गई। जिसके बाद परिजन उसे हॉस्पिटल लेकर गए, हालत गंभीर होने पर उसे संजीवनी हॉस्पिटल रैफर कर दिया। लेकिन इलाज के दौरान बलवंत सिंह राजपूत की मौत हो गई। परिजन प्रताडऩा का आरोप लगा रहे है। बलवंत की पत्नी प्रीति राजपूत ने बताया कि एंबुलेंस का एक्सीडेंट महाराष्ट्र में हुआ था, उसको लेकर वह परेशान थे। कल ही वह महाराष्ट्र पेशी के लिए गए थे। इस एंबुलेंस का रजिस्ट्रेशन नहीं था और इसकी आरसी बनवाने के लिए बलवंत बहुत परेशान था। पत्नी का यह भी कहना है कि पूर्व सीएमएचओ डॉ. प्रदीप धाकड़ के कारण उन्होंने ये कदम उठाया है।बता दे की कुछ दिन पहले बैतूल के सीएमएचओ रहे डॉ प्रदीप धाकड़ को राज्य सरकार ने हटा दिया था और उनकी जगह डॉ के तिवारी को नया सीएमएचओ बनाया गया था । लिपिक बलवंत सिंह राजपूत की आत्महत्या के मामले में पुलिस का कहना है कि उनके पास से एक कागज का टुकड़ा मिला है जिसमें लिखा है कि उन्हें ऑफिस में परेशान किया जा रहा था पुलिस मामले की जांच कर रही है ।