मसूड़ों की समस्याओं को हल्के में न लें अपनाएं ये असरदार तरीके || STVN INDIA || SAGAR TV NEWS ||
मुंह के स्वास्थ्य को बरकरार रखना बेहद जरूरी है। फूले हुए, नरम मसूढ़े में सूजन खराब सेहत का शुरुआती संकेत है। हालांकि ये बहुत बड़ी समस्या नहीं है। इसे रोका जा सकता है।दिन में दो बार ब्रश करना अच्छी आदतों में शामिल हैं। लेकिन मसूढ़े के रोग को दूर करने कुछ प्रभावी टिप्स शामिल हैं। ऑयल पुलिंग की आदत इसका मतलब होता है तेल से कुल्ला करना। मुंह की सेहत को ठीक करने का आयुर्वेदिक के सबसे ज्यादा प्रचलित तरीकों में से एक तेल से कुल्ला करना रहा है। सुबह उठने के ठीक बाद दांतों में ब्रश किए बिना 15 मिनट के लिए मुंह में नारियल या जैतून या तिल का तेल हिलाने से दांतों के मैल, मसूढ़े की सूजन को रोकता है। ये न सिर्फ मुंह के नुकसानदेह विषैले पदार्थों की सफाई करता है। बल्कि पाचन की सेहत के लिए भी शानदार है। नीम का इस्तेमाल नीम का पेड़ प्रकृति का अनमोल तोहफा है। उसकी पत्तियों से लेकर टहनियों तक नीम मसूढ़े के स्वास्थ्य को लाने में बेहद प्रभावी है। एंटी-बैक्टीरियल, सूजन-रोधी और रोगाणु रोधक गुणों से भरपूर नीम मसूढ़े को मजबूत करने, खून रोकने, प्लेक का निर्माण करने, मसूढ़े का सूजन रोकने के लिए शानदार साबित रहा है।फ्लोराइड टूथपेस्ट में फ्लोराइड मौजूद होना जरुरी है। ये सांस की बदबू, मसूढ़े की सूजन रोकने में काफी प्रभावी है। इसके लिए जरुरी है विटामिन सी जो आपको फ्रूट्स से मिलेगा जिनमें चकोतरा, संतरा, आम, पपीता, के अलावा और भी कई फल शामिल हैं। जो मसूढ़े स्वस्थ रखता है। इसको लेकर डेंटल सर्जन डॉ. प्रियंका उपाध्याय का कहना है। की दो समय ब्रश माउथ वाश करना चाहिए। खासकर बच्चों का ध्यान रखना चाहिए। इसके अलावा अगर कोई भी समस्या है तो डेंटिस्ट से संपर्क करना चाहिए।