PAK में फ्रेंच राजदूत को हटाने की मांग हिंसा में 7 लोगों की जा चुकी है जान
फ्रांस के राजदूत को देश से निकालने की मांग को लेकर पाकिस्तान में कई दिनों से प्रदर्शन हो रहे हैं। तो 7 लोगों की मौत हो चुकी है और 300 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। इन घटनाओं के बाद फ्रांस ने अपने नागरिकों को 3 दिन के अंदर पाकिस्तान छोड़ने की एडवाइजरी गुरुवार को जारी कर दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान में स्थित फ्रेंच दूतावास ने कहा कि यहां फ्रांस के खिलाफ विरोध और हिंसक घटनाएं हो रही हैं। इसलिए हम अपने नागरिकों और हमारे देश की कंपनियों को सलाह दे रहे हैं। कि इस हफ्ते के आखिर तक फ्रांस लौट जाएं। दूतावास ने फ्रांस के उन सभी लोगों को मेल किया है। जो इस समय पाकिस्तान में हैं। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने शार्ली हेब्दो मैगजीन में पैगंबर मोहम्मद पर पब्लिश हुए कार्टून का समर्थन किया था। जिसके बाद पाकिस्तान में फ्रांस के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हुए थे। पाकिस्तान समेत कई मुस्लिम देशों ने इसे इसे निंदा मानकर फ्रांस का विरोध करना शुरू कर दिया था। इन देशों ने फ्रांस के प्रोडक्ट का बायकॉट भी किया। इस तरह का सबसे ज्यादा विरोध पाकिस्तान में हो रहा है। यहां साद हुसैन रिजवी नाम के कट्टर इस्लामिक धर्म गुरु ने फ्रेंच राजनायिक को देश से निकालने के लिए मोर्चा खोला है। रिजवी की पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) के हजारों समर्थक सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीँ पाकिस्तान की सरकार ने बुधवार को साद की पार्टी TLP को आतंकी संगठन घोषित कर उस पर बैन लगा दिया था। साद 12 अप्रैल से पुलिस की गिरफ्त में है। रिजवी की गिरफ्तार के बाद पंजाब प्रांत में लगातार विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। TLP समर्थकों की पुलिस से भी झड़प हो चुकी है। इसमें 5 पार्टी समर्थक और 2 पुलिसकर्मियों की मौत हो चुकी है। अब तक 2000 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है