आँखों के सामने माँ ने दम तोड़ दिया बेबस बेटा कुछ नहीं कर सकाहाथ ठेले पर सरकारी तंत्र !
कोरोना महामारी ने प्रदेश के साथ-साथ जिले में प्रशासन द्वारा की गई स्वास्थ्य व्यवस्थाओ के इंतजामों की कलाई खोल कर रख दी है मानवता को शर्मसार करने वाली तस्वीरें दमोह जिले के पथरिया से सामने आई है जहां पर एक महिला ने इलाज के अभाव में अस्पताल के गेट पर ही दम तोड़ दिया, मृतक महिला के बेटे अस्पताल में स्टाफ से एक बार देखने की गुहार लगाते रहे लेकिन किसी ने एक न सुनी और फिर वही हुआ जिसका सभी को डर था। जब निराश हताश होकर उसका बीटा महिला की लाश को घर ले जाना चाह रहा था तो शव वाहन भी ना मिल सका, थक हारकर उसने अपनी मां की लाश को हाथ ठेले पर रखा घर ले गए दरअसल वार्ड नंबर 6 में रहने वाली कलावती विश्वकर्मा की तबीयत बिगड़ गई थी जिसके बाद उसके परिजन पथरिया अस्पताल इलाज कराने ले गए लेकिन वहां पर यह कहके उसका इलाज नहीं किया गया कि डॉक्टरों की ड्यूटी कोविड-19 में लगी हुई है। पीड़िता के परिजनों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने से ना तो वे उसे प्राइवेट हॉस्पिटल ले जा सके और न ही घर पर शव लाने के लिए एम्बुलेंस का भार उठा सके।
अगर ऐसे ही लोग ईलाज के आभाव में दम तोड़ते रहे तो लोगो का सरकारी व्यवस्थाओ से भरोसा उठ जाएगा।