पन्ना टाइगर रिज़र्व में NTCA के निर्देश के बाद कोविड गाइड लाइन का कड़ाई से पालन किया जा रहा है। ताकि बाघों को कोविड -19 से कोई नुकसान न पहुंचे।बाघों की सुरक्षा को लेकर पन्ना टाइगर रिज़र्व प्रबंधन इन दिनों खासा मुस्तैद हो गया है। और रिज़र्व में बाघों की सुरक्षा में सीधे जुड़े कर्मचारियों पर्यटकों ओर गाइडों को कोरोना गाइड लाइन का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए गए है। ताकि पन्ना के बाघों को किसी तरह का नुकसान न पहुंच सके और वह कोविड-19 के संभावित संक्रमण से भी सुरक्षित रह सकें।
दरअसल इस महामारी ने इंसान के साथ जानवरों को भी कई देशों में चपेट में लिया है। जिस वजह से NTCA ने कई राज्यों को निर्देश जारी कर बाघों की क्लोज माॅनिटरिंग के निर्देश दिये गये हैं। इसके बाद प्रदेश के वन विभाग ने सभी नेशनल पार्क टाईगर रिजर्व और चिड़ियाघरों को निर्देश जारी कर हाई अलर्ट पर रखा और टाइगरों पर सतत निगरानी रखने के NTCA ने निर्देश जारी किए हैं जिसके तहत यहां निर्देश दिए गए हैं।
बता दें की जनता कर्फ्यू में राहत के बाद पन्ना टाइगर रिजर्व के गेट भी एक जून से पर्यटकों के लिए खोल दिये गये है और टाइगर रिजर्व में काफी संख्या में सैलानी बाघों का दीदार करने आ रहे है जिसके चलते टाइगर रिजर्व प्रबंधन भी सुरक्षा की दृष्टि से कोविड के नियमों का कड़ाई से पालन कर रहा है।
पन्ना टाईगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर उत्तम कुमार शर्मा का कहना है कि जू में टाइगरों के कोरोना से प्रभावित होने के मामले सामने आए है। क्योंकि वहां लोगो का आना जाना ज्यादा रहता है। लेकिन पन्ना टाईगर रिजर्व के वन्यप्राणी हियूमनबीन से जायदा टच में नही रहते है लेकिन फिर भी एहतियात के तौर पर NTCA के निर्देश के बाद विभाग के द्वारा जो निर्देष जारी किये गये है उसका पालन पन्ना टाईगर रिजर्व में किया जा रहा है।
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