MP के दमोह का ये शख्स ट्रेन में बैठाकर पहुँच गया था पाकिस्तान, दो साल तक वहां की जेल में रहने के बाद हुई रिहाई
भारत सरकार के द्वारा की जा रही मेहनत उस समय रंग लाई जब 3 साल पहले गायब हुआ युवक पाकिस्तान से दमोह पहुंचा, सरकार ने परिवार को उनका बेटा तो लौट आया ही साथ ही वह तमाम खुशियां भी उनकी झोली में डाल दें जो 3 साल से मायूस और निराश चल रहे थे दरअसल दमोह के पटी शीशपुर गावं का चालीस साल का बारेलाल आदिवासी मानसिक कमजोर है और साल 2017 में अचानक अपने घर से गायब हो गया , परिवार ने उसे तलाशने की कोशिश की लेकिन बारेलाल नहीं मिला और फिर परिजनों ने नोहटा थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई, साल 2019 में कुछ पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स में एक तश्वीर सामने आई और उस तश्वीर में बारेलाल था भारतीय मीडिया ने पाकिस्तानी रिपोर्ट्स के आधार पर जब जांच पड़ताल की तो ये तय हो गया की पाकिस्तान की जेल में बंद युवक बारेलाल आदिवासी ही है मामला सुर्ख़ियों में आया तो स्थानीय प्रशासन के साथ केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल और तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सक्रियता दिखाई और विदेश मंत्रालय से बारेलाल को पाकिस्तान से रिहा कराने के मांग की भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने रूचि लेकर बारेलाल की रिहाई की कोशिशें तेज की और आखिरकार पाकिस्तान की जेल से तीन दिन पहले बारेलाल को रिहा कर दिया गया मंत्रालय ने दमोह पुलिस को सूचना दी और दमोह पुलिस ने बारेलाल के परिवार वालों के साथ अटारी बार्डर से युवक को लाया गया है
बारेलाल की पकिस्तान से रिहाई के बाद लोग सरकार की कोशिशों के साथ दमोह के जिला प्रशासन की कार्यवाही की भी सराहना कर रहे है, फिलहाल बारेलाल के मानसिक इलाज के लिए भी स्थानीय प्रसाशन कोशिश कर रहा है और पुलिस भी इस जांच पड़ताल में लगी है की आखिर पाकिस्तान में बारेलाल के साथ क्या क्या हुआ और वो किस तरह पाक बार्डर क्रास करके अंदर गया