नए ठिकाने की तलाश में सड़क पर आये मगरमच्छ को ट्रक चला गया रौंदकर || STVN INDIA || SAGAR TV NEWS ||
एमपी के शिवपुरी में अब तक न के बराबर बारिश हुई है। जिस वजह से माधव राष्ट्रीय उद्यान के अंतर्गत चाँदपाठा और जधवसागर में रहने वाले मगर संकट से घिर गए हैं। तालाबों में पानी कम हो गया है। जिससे ये नए ठिकाने की तलाश में बाहर आने लगे हैं। वहीँ तालाब से निकलकर शिवपुरी झांसी रोड पर एक चलते मगर को ट्रक ने रौंद दिया और उसकी मौत हो गई। वहीँ एक अन्य मगर खेत में घुस गया। जहां उसे मुहं में रस्सी का फंदा डालकर रेस्क्यू किया गया।वन्य प्राणी सरंक्षण अधिनियम 1972 लागू होने से पहले शिवपुरी के तालाबों में मगर लगभग खत्म हो गए थे। इसलिए 1980 में चेन्नई के क्रोकोडाइल पार्क से मगरों के बच्चे लाकर चाँदपाठा तालाब में छोड़े गए। यहाँ से ये सभी तालाबों में फैल गए। इनकी संख्या 400 तक बताई जाती है। बरसात में नालों से होकर नगर की बस्तियों में भी पहुंचे जाते हैं। जो मुसीबत का सबब बन रहे हैं। पानी की कमी के चलते एक मगर महेश बाथम के खेत में आ गया। पानी न मिलने से वो पेडों के बीच उगी झाड़ियों में छिप गया। खेत मालिक की जानकारी में जब मगर आया तो उसने तुरंत वन विभाग की रेस्क्यू टीम को जानकारी दी और मगर पकड़ाया। वहीँ माधव राष्ट्रीय उद्यान के पशु चिकित्सक का कहना है कि इस बार बारिश नहीं हुई है। इसलिए इनके इलाके सूख रहे हैं। और ये नए ठिकानों की तलाश में भटक रहे हैं।