पन्ना टाइगर रिज़र्व के कैमरे में कैद हुई फिशिंग कैट || SAGAR TV NEWS ||
बाघों के लिए प्रसिद्ध मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिज़र्व में फिशिंग कैट यानी मछली खाने वाली बिल्ली भी पाई जाती है।पन्ना टाइगर रिजर्व में केन नदी के आसपास विलुप्त हो रही फिशिंग कैट का प्राकृतिक आवास है।मछली खाने वाली यह दुर्लभ बिल्ली पहली बार यहां कैमरा ट्रैप में कैद हुई है।बतादें कि फिशिंग कैट यानी मछली का शिकार करने वाली बिल्ली,जिसकी तादाद दुनियां में तेजी से घट रही है।भारतीय वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची-1 के तहत फिशिंग कैट का शिकार किया जाना प्रतिबंधित है।फिशिंग कैट को विलुप्तप्राय श्रेणी में सूचीबद्ध किया गया है। पन्ना टाइगर रिजर्व में फिशिंग कैट का फोटोग्राफिक प्रमाण मिलने पर खुशी का इजहार करते हुए क्षेत्र संचालक उत्तम कुमार शर्मा ने बताया कि निश्चित ही यह नेशनल खबर है। मध्य भारत के पन्ना टाइगर रिजर्व में फिशिंग कैट के प्राकृतिक आवास की पुष्टि अपने आप में बड़ी बात है।बाईट तेजी से विलुप्त हो रही फिशिंग कैट की पन्ना टाइगर रिजर्व में मौजूदगी के प्रमाण मिलने पर अब अनेकों जीव विज्ञानी जो फिशिंग कैट पर रिसर्च व अध्ययन में रुचि रखते हैं,वे यहां आकर अध्ययन कर सकेंगे। पन्ना टाइगर रिजर्व के कोर क्षेत्र में वन्य प्राणियों के विचरण क्षेत्र व उनकी मौजूदगी के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए कैमरे लगाए गए हैं ताकि पार्क के उन इलाकों को भी कवर किया जाए,जहां अभी तक कैमरे नहीं लगाए जा सके।पन्ना टाइगर रिजर्व के बीच से केन नदी प्रवाहित होती है, इसलिए फिशिंग कैट के यहां होने की संभावना जताई जा रही थी।आर्द्रभूमि में रहने वाली इस बिल्ली का मुख्य भोजन मछली होता है,इसीलिए इसका नाम फिशिंग कैट पड़ा है। पूरे मध्य भारत में यह पहला फोटोग्राफिक साक्ष्य है।फील्ड डायरेक्टर का कहना है