लोहिया संस्थान की डॉ शारदा 140 दिन बाद जिंदगी की जंग हार गईं
लखनऊ के लोहिया संस्थान की रेजिडेंट डॉक्टर शारदा सुमन की मौत हो गई। उन्हें लंग्स ट्रांसप्लांट के लिए भर्ती कराया गया था।कोरोना संक्रमित होने के बाद लोहिया की रेजिडेंट डॉक्टर शारदा फेफड़े के संक्रमण से जूझ रही थीं।डॉ शारदा हैदराबाद के किम्स अस्पताल में भर्ती थी जिन्हे जुलाई में एयरलिफ्ट कर हैदराबाद के कृष्णा इंस्टिट्यूट में भर्ती कराया गया था, लेकिन उन्हें डोनर नहीं मिल सका।शारदा ने कोरोना की सेकेंड वेव में गजब का जज्बा दिखाया था। वह प्रेग्नेंसी के बावजूद कोरोना वार्ड में ड्यूटी करती रही थीं।जानकारी के मुताबिक 11 जुलाई को डॉ. शारदा को लखनऊ से हैदराबाद एयरलिफ्ट किया गया था। लगभग 10 दिनों बाद उन्हें कैडेवर मिला पर ट्रांसप्लांट नहीं हो सका। उसके बाद शारदा सुमन सेप्टीसीमिया से पीड़ित हो गईं और रविवार सुबह उनके निधन की जानकारी मिली।दूरी लहर के दौरान कोविड वार्ड में ड्यूटी करते समय महिला रेजिडेंट डॉ. शारदा सुमन 12 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव हो गई थीं। इसके बाद उनकी प्रीमेच्योर डिलीवरी भी करानी पड़ी थी जिसके बाद उनके फेफड़े पूरी तरह खराब से खराब हो गए थे। वह लोहिया संस्थान में करीब डेढ़ महीने तक इकमो मशीन के सपोर्ट पर रहीं।