सौ साल से भी ज्यादा पुराने महाविद्यालय का संविलियन करने पर छात्रों ने यूनिवर्सिटी में किया प्रदर्शन
एमपी के छतरपुर में खुले खुले 130 साल पुराने सरकारी महाराजा महाविद्यालय के महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में संविलियन का निर्णय जैसे ही शिवराज सरकार ने किया तो इसका विरोध भी शुरू हो गया। छात्र संघ और पूर्व छात्रों ने आक्रोश जाहिर करते हुए भारी संख्या में यूनिवर्सिटी पहुंचकर प्रदर्शन किया। जहाँ सीएम के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर संशोधन करने की बात कही। मामला तूल पकड़ते ही पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए विरोध दर्ज कराया। उन्होंने शिवराज सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह फैसला पूरी तरह से गलत और क्षेत्र की जनता की भावनाओं के विपरीत है। शिवराज सरकार ने 9 साल पहले छतरपुर में महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की स्थापना का ऐलान किया था। सरकार अपने वादे को आज तक पूरा नहीं कर सकी हैं इसके लिए सरकार ने कोई बजट जारी नहीं किया जिससे विश्वविद्यालय का आज तक निर्माण प्रारंभ नहीं हो सका। सरकार ने अब अपनी इस वादाखिलाफ़ी पर पर्दा डालने के लिए यह जनविरोधी निर्णय लिया है। जानकारी के मुताबिक इस महाविद्यालय में 3000 से ज्यादा विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। इसको लेकर पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष अशोक नायडू और यूथ कांग्रेस अध्यक्ष लोकेंद्र वर्मा ने जानकारी दी।