एक मेमू ट्रेन के भरोसे लोकल के करीब 2 हजार यात्री हो रहे परेशान
कोरोना काल के पहले सागर जिले के खुरई रेलवे स्टेशन से 4 जोड़ी पैसेंजर ट्रेनें निकलती थी। जो वर्तमान में चल रही केवल एक मेमू ट्रेन पर लोग निर्भर से हो गए हैं। महंगाई के दौर में घर के बिगड़ते बजट के बीच कई ट्रेनों को एक्सप्रेस बना कर चलाया जा रहा है। जिससे ट्रेनों का अधिक किराया यात्रियों की चिंता को बढ़ा रहा है। हाल ही में रेलवे ने कोरोना काल के पहले चलने वाली पैसेंजर ट्रेन भोपाल बिलासपुर ट्रेन को एक्सप्रेस बनाकर चलाना शुरु कर दिया है तो वहीं मौके पर जनरल टिकिट न मिलने से इस ट्रेन का लाभ भी यात्री नहीं ले पा रहे हैं। इसी तरह राज्यरानी एक्सप्रेस में यात्रियों को पहले से रिजर्वेशन कराना पड़ रहा है। जिससे यात्रियों को परेशानी हो रही हैं। खरीफ की फसल काटने के बाद दूसरे शहरों से आए मजदूर अपने घर लौटना शुरू हो गए हैं। उनके लिए केवल एक ही मेमू ट्रेन सहारा बनी हुई है। मेमू ट्रेन में मजदूरों की रिकॉर्ड भीड़ चल रही है जिससे आम यात्री ट्रेन में चढ़ भी नहीं पा रहे हैं। खासतौर से आठ कोच की 800 यात्रियों की क्षमता वाली मेमू ट्रेन में पांच हजार से ज्यादा यात्री इस समय सफर कर रहे हैं। कई यात्री तो जान जोखिम में डालकर गेट के सहारे लटक कर सफर करने को मजबूर है। मजदूरों के कारण मेमू ट्रेन में भीड़ होने के कारण आम यात्री ट्रेन में नहीं चढ़ पा रहे है। जिससे उन्हें एक्सप्रेस ट्रेनों या बसों का सहारा लेना पढ़ रहा है तो वही भी बस संचालक भी मनमाना किराया वसूल रहे हैं।