खुरई में शहीद के परिजनों को सम्मान के साथ न्याय भी चाहिए परिवार परेशान है
भले ही सरकारें या प्रशासन द्वारा शहीदों के सम्मान में कसीदे कढ़े गड़े जाते हों लेकिन धरातल पर स्थिति कुछ और ही होती है।ऐसा ही मामला सागर जिले के खुरई के कन्नाखेड़ी के शहीद टीकाराम दांगी का है।जो पाकिस्तान से 1971 में युद्ध में शहीद हो गये थे।दरअसल पिछले दिनों पुलिस विभाग द्वारा पुलिस झंडा दिवस के तहत शहीद सैनिकों के परिजनों का सम्मान किया जा रहा था।इसी के तहत खुरई के शहीद कन्नाखेड़ी निवासी टीकाराम दांगी के परिजनों का भी सम्मान एसपी के द्वारा एक बड़े समारोह के रूप में भी किया गया।सम्मान के बाद शहीद टीकाराम के परिजनों ने बताया कि उनका सम्मान तो किया जा रहा है बहुत अच्छा लगा लेकिन न्याय नहीं मिल रहा है इस बात का दुख है।दरअसल शहीद टीकाराम की शहादत के बाद उनके परिजनों को 10 एकड़ जमीन गांव में ही केंद्र सरकार द्वारा 1972 में दी गई थी।उसी समय से शहीद के परिजनों ने उसे खेती लायक अपनी मेहनत व पैसा खर्च करके तैयार किया। लेकिन दो साल पहले राजस्व विभाग ने कुछ लोगों के पट्टे शहीद की जमीन पर ही दे दिये। जिससे शहीद का परिवार परेशान है। कई बार अधिकारियों के चक्कर काटने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।शहीद के परिजनों का कहना है कि हर जगह सम्मान किया जाता है अच्छा लगता है लेकिन दी गई जमीन के लिये भटकना पड़ रहा है इसका मलाल है।