खेत में लंबे समय से चल रहा था क्या कारोबार। पुलिस को देख क्यों भागे युवक?
भिंड में सरसों के खेत में अवैध हथियारों के कारखाना संचालित करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने दबिश देकर मौके से 7 तैयार कट्टे, दो अधूरे कट्टे और कट्टे बनाने के औजार पकड़े हैं। जब्त मशरूका की कीमत 2 लाख रुपए बताई जा रही है। मौके से दो आरोपियों को भी किया गिरफ्तार है। दोनों उत्तर प्रदेश से आकर हथियार बना रहे थे। मुख्य आरोपी चकमा देकर फरार हो गया। उसकी तलाश की जा रही है। एसपी असित यादव ने प्रेसवार्ता में पूरे प्रकरण की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि देहात थाना पुलिस को रविवार की देर शाम बिजपुरी गांव में टप्पे भदौरिया के खेत में अवैध हथियार बनाने का काम चलने की सूचना मिली।
इस पर घेराबंदी की। पुलिस जब खेत के पास पहुंची तो दो से तीन लोग सरसों के खेत में आरोपी कट्टा बनाते मिले। इनमें गुड्डा उर्फ आलोक जाटव पुत्र केदार सिंह जाटव गदनपुरा दौहरा थाना जहानगंज जिला फरूख्खाबाद का रहने वाला है। दूसरा आरोपी जुझार सिंह पुत्र माधौसिंह निवासी लालपुरा जिला मेनपुरी है। दोनों को जेल भेज दिया है। वहीं मुख्य
आरोपी टप्पे सिंह उर्फ दिलीप भदौरिया निवासी ग्राम बिजपुरी का है। फिलहाल वह चकमा देकर भाग निकला। उसकी तलाश की जा रही है। पहले भी वह अवैध हथियारों की तस्करी में गिरफ्तार हो चुका है। पकड़े गए आरोपियों बताया कि उत्तर प्रदेश से अवैध हथियार लाने में रिस्क रहती थी। कई थाना क्षेत्रों से होकर गुजरना होता था। इसलिए काम मंदा हो गया था। इस कारण से भिंड में ही टप्पे के साथ मिलकर काम शुरू करने का प्लान बनाया था। दो से तीन दिन पहले ही अवैध कट्टे बनाने का काम शुरू किए जाने की बात स्वीकारी है। अब पुलिस इस मामले की गहराई में जाकर इन आरोपियों द्वारा अवैध हथियार सप्लाई किए जाने की जांच में जुटी है। मौके से कट्टा बनाने वाली ड्रिल मशीनों समेत अन्य सामग्री मिली है।