आयकर विभाग के 46 करोड़ रुपए के नोटिस ने उड़ाई बेरोजगार छात्र की नींद, जानें क्या है पूरा मामला?
मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले के एक छात्र के नाम पर पुणे और बैंगलुरु में फर्जी कंपनियां चलने का मामला सामने आया है। छात्र यूनिवर्सिटी में एमए की पढ़ाई कर रहा है। आयकर विभाग ने उसके नाम से 46 करोड़ रुपए के टैक्स चोरी का नोटिस जारी किया है। नोटिस मिलते ही छात्र और उसके परिजनों के होश उड़े हुए हैं। इनकम टैक्स विभाग ने छात्र को बताया कि उसके नाम से कंपनियां चल रही हैं। अब छात्र पुलिस अधिकारियों के चक्कर काटकर एफआईआर दर्ज कराने घूम रहा है लेकिन पुलिस इस सिरदर्द को लेने तैयार नहीं हो रही है। आपको बता दें जीवाजी विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले एमए के स्टूडेंट प्रमोद दंडोतिया को आयकर विभाग का नोटिस मिला है। इसमें 46 करोड़ 27 लाख रुपए की टैक्स चोरी का हवाला देकर राशि जमा करने का जिक्र किया गया है। आयकर विभाग ने छात्र पर टैक्स चोरी का आरोप भी लगाया है। जबकि छात्र ने बताया कि वह बेरोजगार है। किसी तरह एमए में दाखिला लेकर पढ़ाई कर रहा हैं ऐसे में 46 करोड़ रुपए का लेनदेन कैसे कर सकता है। आयकर विभाग से नोटिस आने के बाद छात्र परीक्षा के समय में आयकर दफ्तर और पुलिस स्टेशन का चक्कर काट रहा है।
छात्र ने आशंका जताई है कि किसी ने उसके पैन कार्ड की कॉपी कर उससे गलत तरीके से फर्म बना ली। उसके आधार पर ही जीएसटी का रजिस्ट्रेशन कराया है। यह फर्में दिल्ली, बैंगलुरू और पुणे में कार्यरत बताई गई हैं। इस मामले में एक बात यह भी खास है कि 3 सालों के दौरान छात्र के पास न तो उसके अकाउंट में कोई पैसा आया न ही पैसा गया है। सामान्य परिवार से ताल्लुक रखने वाला प्रमोद दंडोतिया करोड़ों के लेनदेन में अपने नाम का इनकम टैक्स का नोटिस देखकर टेंशन में है। जब थाने में सुनवाई नहीं हुई तो छात्र ने साइबर सेल एएसपी के पास आवेदन देकर मुसीबत से बचाने की गुहार लगाई है। एएसपी ने जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है। इस मामले ने फर्जी कागजातों से धोखाधड़ी करने की आशंकाओं को बल दे दिया है। सवाल यह उठता है कि अगर इस तरह से लोगों के साथ धोखाधड़ी होगी तो आम आदमी कैसे सुरक्षित रहेगा। अब देखना यह है कि पुलिस कब तक जालसाजों तक पहुंच पाती है।