सागर-सुरखी में चढ़ा सियासी पारा,मकानों पर क्यों चला बुल्डोजर,DFO ने बताया || SAGAR TV NEWS ||
मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के नेतृत्व वाली सुरखी विधानसभा के रैपुरा गांव में दलितों के मकान ध्वस्त करने के बाद सियासी पारा चढ़ गया है, मंत्री को घेरने के लिए पूर्व सीएम दिग्विजय से लेकर पीसीसी चीफ कमलनाथ तक ट्वीट कर इसे दलितों पर अत्याचार बता चुके है, वहीं इसी बीच दक्षिण वन मंडल के डीएफओ महेंद्र प्रताप सिंह का बयान सामने आया है,
जिसमें उन्होंने बताया कि यह लोग वन विभाग की जमीन पर अवैध रूप से काबिज है पिछले 1 साल से इनको हटाने की प्रक्रिया चल रही थी, जिला टास्क फोर्स की बैठक में अतिक्रमण हटाने का निर्णय लिया गया था ,इसके बाद कार्यवाही की गई, बुधवार को वन विभाग, राजस्व विभाग और पुलिस विभाग की टीम ने मिलकर यह अतिक्रमण हटाया है, अतिक्रमण हटाने से पहले इन्हें कई बार नोटिस दिया गया पर्याप्त समय दिया गया की स्वेच्छा से अतिक्रमण हटा लें,
लेकिन इनके द्वारा अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो यह कार्यवाही की गई है,जबकि इसमें पीएम आवास के भी 6 मकान शामिल है ऐसे में सवाल यह उठता है की जब पक्के आवास योजना के तहत मकान बन रहे थे तब वन विभाग क्या कर रहा था, बता दें कि रैपुरा में करीब 1 दर्जन मकानों पर बुलडोजर चलने के बाद गरीबों के आशियाने छीन लिए गए है,
कार्यवाही के दौरान उनकी खाने पीने की सामग्री तक नहीं निकालने दी गई, वही पीड़ित परिवारों का कहना है की उन्हें कभी पहले नोटिश नहीं दिया गया सीधे कार्यवाही की गई है, दलित परिवारों के सामने रहने खाने जैसा संकट आ गया है हालांकि मंत्री गोविंद राजपूत के द्वारा उनकी तमाम व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए गए हैं।