सागर का इकलौता ऐसा मंदिर, जहां एक साथ लक्ष्मीनारायण, अन्नपूर्णा, कुबेर मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी
वैशाख माह के पावन अवसर पर सिद्ध धाम पहलवान बब्बा मंदिर परिसर में नवनिर्मित भगवान लक्ष्मी नारायण मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। यह बुंदेलखंड का एक मात्र ऐसा मंदिर है जिसमें श्री विष्णु की नाभि से कमल खिला है और उस पर ब्रम्हा जी बैठे है। इसके साथ ही भगवान शेष सैया पर लेटे है माँ लक्ष्मी पैर दबा रही है। बता दें कि इस आकर्षक मंदिर का निर्माण महज 89 धर्म प्रेमी बंधुओं ने मिलकर करा दिया है मंदिर और भगवान को प्रतिमाओं की प्रतिष्ठा का महोत्सव 2 मई से शुरू हो गया है, जो 7 मई तक चलेगा। यहाँ पर 4 मई को कलश यात्रा, 5 मई को गणेश पूजन, 6 मई को जिला अधिवास, 7 मई को महा अभिषेक प्राण प्रतिष्ठा, अग्नि स्थापना, हवन पूर्णाहुति की जाएगी। इसके साथ ही सिद्ध धाम परिसर में देवी-देवताओं के कुल 18 मंदिर की श्रंखला हो गई है। महोत्सव के तहत वैशाख शुक्ल पक्ष की द्वितीया 2 मई को कृतिका नक्षत्र भी गुप्त पूजन शुरू हुआ है। जो अक्षय तृतीया तक चलेगा। मुख्य यजमान पहलवान बब्बा मंदिर परिसर के संस्थापक अध्यक्ष पंडित रामेश्वर रम्मू तिवारी और उनके मित्र हैं। वैदिक विधि से विशेष गुप्त पूजन कर मंदिर परिसर में भगवान लक्ष्मी नारायण, कुबेर, गणेश, मां अन्नपूर्णा और बछड़ा समेत गाय की स्थापना की जाएगी। प्राण प्रतिष्ठा आचार्य पंडित राम चरण शास्त्री ने बताया कि प्रतिमा में जान डालने की विधि को भी प्राण प्रतिष्ठा कहते हैं। यह मूर्ति को जीवंत करती है जिससे कि यह व्यक्ति की विनती को स्वीकार कर सके। प्राण प्रतिष्ठा की परंपरा हमारी सांस्कृतिक मान्यता से जुड़ी है श्री हरि महाराज ने बताया अनुष्ठान के दौरान विद्वानों की मौजूदगी में वेद मंत्रों के साथ पुरुष सूक्त, श्री सूक्त, लक्ष्मी सूक्त, रुद्र सूक्त द्वारा पूजन किया जाएगा