प्रेगनेंसी के शुरुआती हफ्ते के बीच कराया जाता है एनॉमली स्कैन, बताया क्यों जरूरी है ये टेस्ट
सागर के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में आयोजित हुई संगोष्ठी में भोपाल बंसल अस्पताल से आई डॉक्टर ने विस्तृत रूप से गर्भ में ही कई सारी बीमारियों की जाँच और उनके निवारण सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया की गर्भावस्था के शुरुआती हफ्ते के बीच यानी अर्ली प्रेगनेंसी के दौरान यह टेस्ट किया जाता है। यह एक प्रकार का अल्ट्रासाउंड टेस्ट है। जिसके जरिए गर्भ में पल रहे बच्चे की सेहत की गहन जांच की जाती है। इस टेस्ट में भ्रूण के शरीर के सभी अंगों की गहराई से जांच होती है। दरअसल बीएमसी में टी बी और चेस्ट विभाग के अलावा फ़ेडरेशन ओफ़ ओबसटेट्रिक्स और गायनकॉलिजस्ट ओफ़ इंडिया (FOGSI) के साथ इंडियन रडयोलोजगिकल एंड इमेजिंग असोसीएशन (IRIA) के तत्वाधान में संगोष्ठि आयोजित की गयी थी। जिसमें भोपाल स्थित बंसल अस्पताल में भ्रूण स्पेशलिस्ट डॉ. स्मिता ढेंग्ले ने सम्बोधित किया। डॉक्टर ने बताया की ख़ास कर डाउन सिंड्रोम एक क्रोमोसोम सम्बंधित जन्मजात बीमारी है। जिसे समय रहते हुए पाता लगाया जा सकता है और उसका निराकरण किया जा सकता है। इस दौरान डॉ. तल्हा साद, डॉ जैश्री चौकसे, डॉ. रश्मि शुक्ला, डॉ साधना मिश्रा, डॉ. रूपाली जैन, डॉ नन्होरिया, डॉ. अतुल जैन, डॉ नीना गिडियन, डॉ. मोनिका जैन, डॉ पुण्य प्रताप, डॉ. अनिल तिवारी, डॉ. दुर्गा अग्रवाल,डॉ प्रियंका तिवारी, डॉ. राकेश जैन, डॉ रीता जैन समेत अन्य स्टाफ मौजूद था