गौ,ब्राह्मण और धर्म की रक्षा के लिए भगवान को अवतार लेना पड़ता है....प्रणव पुरी जी महाराज
पितृपक्ष के अवसर पर मकरोनिया के गम्भीरिया वार्ड में गौतम निवास पर संगीतमय श्रीमद भागवत कथा एवं चारों धाम के हवन पूजन का आयोजन किया जा रहा है।कथा के चौथे दिन कथा प्रसंग में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव बडे ही धूमधाम से मनाया गया उज्जैन से पधारे कथा व्यास महामृत्युंजय पीठाधीश्वर प्रणवपूरी महाराज जी ने कृष्ण जन्म से पहले कई प्रसंग सुनाए जिन्हें सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गये।कथा प्रसंग में उन्होंने बताया जब जब धरती पर पाप बड़ता है तब तब भगवान को अवतार लेना पड़ता है व्यास जी ने कहा संत गौ ब्राहणं ओैर धर्म की रक्षा के लिए प्रभु अवतार लेते है पापी कंस के अत्याचार से जब मथुरा वासी सहित देवता तृाही तृाही करने लगे तब उन्होंने श्री हरी से रक्षा करने की और कंस के अत्याचारों से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की देवताओं की प्रार्थना ओैर कंस के अत्याचारों से मुक्ति दिलाने के लिए भगवान नारायण ने श्रीकृष्ण के रूप में धरती पर अवतार लिया और कंस का वध कर धर्म की रक्षा की।कथा के मुख्य यजमान सरोज विनोद गौतम सहित गौतम परिवार है।कथा के चौथे दिन रमाकांत दुबे,अनूप तिवारी आशीष शुक्ला,बृजभूषण सिंह ठाकुर,तेजेन्द्र सिंह ठाकुर ऋषिकांत गौतम,अनूप उपाध्याय नीरज उपध्याय,राजू मिश्रा,सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालू उपस्थित रहे।