सागर-भविष्य बनाने 4 साल कोर्स करते रहे लेकिन अब नौकरी ही नहीं मिल रही
4 साल तक B.A, B.ED जैसे एकीकृत कोर्स करने के बाद इस कोर्स को केंद्रीय विद्यालय समिति के द्वारा निकाली गई भर्ती में मान्यता नहीं दी जा रही है जबकि इस कोर्स को एनसीटीई द्वारा मान्यता प्राप्त है और यूजीसी ने इस कोर्स को और भी विश्वविद्यालयों में मान्यता दिलवाई है नवोदय विद्यालय समिति ने भी विश्वविद्यालय में चल रहे एकीकृत कोर्स को मान्यता दी है इसी कारण से सागर विश्वविद्यालय में कोर्स प्रारंभ हुआ है तब से केवी में यहां कोर्स कर चुके एक भी छात्र का टीजीटी और पीजीटी में चयनित नहीं किया है कुछ पूर्व छात्रों का केवीएस द्वारा आयोजित चयन प्रक्रिया में परीक्षा उत्तीर्ण कर लेने के बाद भी साक्षात्कार में उनके साथ अभद्र व्यवहार कर कर निकालने के आरोप लगाए गए हैं अगर इस कोर्स को मान्य नहीं किया गया तो कोर्स करने के बाद भी छात्र मिलने वाली नौकरियों से वंचित रह जाएंगे अपने हक की लड़ाई के लिए डॉक्टर हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने वाले छात्रों ने मोर्चा खोल दिया है उन्होंने एजुकेशन डिपार्टमेंट के बाहर करीब 3 घंटे तक प्रदर्शन किया यूनिवर्सिटी प्रबंधन से हुई बातचीत में यह तय हुआ है कि कुलपति खुद इस बात को आगे बढ़ाएंगे वही एक डेलिगेशन भी बनाया जा रहा है, जो इन मांगों को लेकर दिल्ली जाएगा और अपनी बात रख कर इस कोर्स को मान्य करने के लिए निवेदन किया जाएगा । प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं ने इसको लेकर जानकारी दी ।