सागर-रेडियो बम ब्लास्ट से डॉक्टर की मौत मामले में बड़ा फैसला || SAGAR TV NEWS ||
सागर के मकरोनिया में करीब 5 साल पहले हुए पार्सल बम धमाके से हुई युवा डॉक्टर की मौत के मामले में न्यायालय ने बड़ा फैसला सुनाया है इसमें पोस्ट ऑफिस के कर्मचारी सहित तीन लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है । पोस्ट ऑफिस के प्रवर अधीक्षक से बदला लेने के लिए कर्मचारी के द्वारा घर पर रेडियो बम बनाकर पार्सल किया गया था जिसे एक्टिव करते समय उसमें ब्लास्ट हो गया था घटना 25 जनवरी 2018 की है देखिए क्या है पूरा मामला
साल 2018, तारीख 25 जनवरी, सुबह के समय मकान के फर्स्ट फ्लोर पर पहुंचकर रितेश ने नौकर देवसिंह को इस डिवाइस का प्लग इलेक्ट्रिक बोर्ड में लगाने को कहा। जैसे ही उन्होंने स्विच ऑन किया ब्लास्ट हो गया। धमाके से पूरा इलाका दहल गया। तीनों खून से लथपथ बेहोश पड़े थे। धमाके से कमरे का पंखा भी उखड़कर नीचे लटक गया। खिड़की, अलमारी के शीशे और सामान बिखरा पड़ा था। रिश्तेदार व पड़ोसियों की मदद से घायलों को पास के ही एक प्राइवेट हॉस्पिटल ले जाया गया। इलाज के दौरान रीतेश ने दम तोड़ दिया, इसमें रिश्तेदार विजय मिश्रा और नौकर देवसिंह जख्मीं हो गए थे
दरअसल सागर के पोस्ट ऑफिस के तत्कालीन सुपरीटेंडेंट केके दीक्षित को पार्सल बम से मारने की साजिश 38 लाख रुपए की गबन के मामले में हटाए गए उन्हीं के डिपार्टमेंट के पूर्व कर्मचारी हेमंत उर्फ आशीष साहू ने रची थी। इंटरनेट पर बम बनाने का तरीका खोजकर उसने पूरी प्लानिंग से घटना को अंजाम दिया था द्वितीय अपर सत्र न्यायधीश शिवबालक साहू की अदालत ने हेमंत साहू और उसके सहयोगी मूलचंद, सुनील, और राजकुमार को धारा 302 के तहत उम्रकैद की सजा सुनाई गई।