महाकाल लोक की मूर्तियां क्षतिग्रस्त होने के बाद प्रभारी मंत्री और अधिकारियों ने किया निरीक्षण
उज्जैन के महाकाल लोक में प्राकृतिक आपदा से धराषायी हुई मूर्तियों का निरीक्षण करने के लिए प्रषासनिक अधिकारी सहित जनप्रतिनिधि पहुंचे और मूर्तियों का बारीकी से निरीक्षण किया। इस मौके पर प्रतिनिधियों ने कहा कि आंधी-तूफान में गिरी महाकाल लोक की मूर्तियां जल्द स्थापित की जायेगी। महाकाल लोक की सभी मूर्तियों को मजबूती जाएगी।
गौरतलब है कि रविवार को तेज आंधी तूफान की वजह से महाकाल लोक में स्थापित की गई सप्तऋषि मण्डल की मूर्तियां गिर गई, थी, जबकि अन्य मूर्तियां इससे प्रभावित नहीं हुई। निरीक्षण के दौरान विधायक पारस जैन, महापौर मुकेश टटवाल, विवेक जोशी, कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा आदि मौजूद थे। बता दे कि जो मूर्तियां धराषाही हुई थी। वे 6 मूर्तियां अंदर से खोखली थीं। साथ ही मूर्तियों का बेस भी बहुत कमजोर था।
जबकि, इसे बनाने वाली एमपी बावरिया कंपनी ने इनकी लाइफ 10 साल बताई थी। पूरे महाकाल लोक में करीब 136 मूर्तियां लगाई गई हैं। इनकी लागत 15 करोड़ रुपए है। इस हिसाब से औसतन एक मूर्ति बनाने में 11 लाख रुपए खर्च हुए है।
महाकाल लोक बनने की शुरुआत 2018 में हुई। फ्लोर का काम शुरू होने के बाद सबसे पहले सप्तऋषियों की मूर्तियां स्थापित की गई थीं। रविवार को सप्तऋषि की 7 में से 6 मूर्तियां पेडस्टल से नीचे गिर गईं थी।